कोटद्वार में वकील की हत्या ने सनसनी फैला दी। मर्डर के बाद कातिल फरार हो गए, लेकिन मौत के बाद कई राज सामने आए हैं। बदमाशों ने जिस वजह से वकील की हत्या की वह काफी हैरान करने वाली बात है.
दरअसल, जमीनों की खरीद-फरोख्त से जुड़े मामलों में खासी दिलचस्पी रखने वाले वकील सुशील रघुवंशी भूमाफिया के निशाने पर थे। सूत्रों की मानें तो अब भी तहसीलदार और एसडीएम कोर्ट में उनके कई मामले लंबित चल रहे हैं।
साथ ही कई मामलों में वह खुद शिकायतकर्ता भी हैं। उन्होंने गलत तरीके से की गई रजिस्ट्री और भूमि खरीद-फरोख्त मामलों की शिकायत राजस्व अधिकारियों के यहां की थी। कई सूचनाएं उन्होंने सूचना के अधिकार से भी हासिल की थी।जिससे उनके कई दुश्मन बन गए थे।
अनुसूचित जाति की जमीनों को गैरकानूनी तरीके से खरीदने बेचने के मामलों में वह कई लोगों की पैरवी भी कर रहे थे। वकालत में आने से पहले सुशील रघुवंशी पुलिस के रेडियो आपरेटर पद पर कार्यरत थे। वहां से वीआरएस लेने के बाद उन्होंने कोटद्वार में वकालत शुरू की थी।
हत्याकांड की सूचना मिलते ही कोटद्वार पहुंचे एसएसपी पौड़ी जगतराम जोशी ने अधीनस्थ अधिकारियों की बैठक लेकर उन्हें दिशा-निर्देश दिए। बताया कि पुलिस की एक टीम गठित कर तहसीलदार और एसडीएम कोर्ट में चल रहे मामलों का अध्ययन करेगी।
यह भी जांच की जा रही है कि उन्होंने कितने लोगों के खिलाफ शिकायतें दर्ज कराई थी और सूचना के अधिकार में कितने लोगों की सूचनाएं हासिल की थी। एसएसपी का कहना है कि अभी परिजनों से बात नहीं हुई है। वह खुद भी उनसे बात करेंगे। हर एंगल पर जांच की जा रही है।