हल्द्वानी- उत्तराखंड में सबसे हॉट और रसूख वाले दो कारोबार माने जाते हैं। जिनमें एक है शराब का काम और दूसरा है खनन का धंधा। दोनों व्यवसाय ऐसे हैं जिनसे आम आदमी दूरी बनाए रखता है। उसे लगता है कि ये दोनों धंधे न तो उसके मतलब के हैं और न इनको करने के लिए उसकी पहुंच वहां तक हो सकती है जहां तक होनी चाहिए।
बहरहाल सूबे के वित्त मंत्री प्रकाश पंत की नजर में दोनों कारोबार संदिग्ध हैं। पंत ने हल्द्वानी मे कहा है कि राज्य में आबकारी और खनन दोनो कारोबारों में टैक्स चोरी की जाती है। जिसे रोकने के लिए कड़े कदम उठाए जांएगे।
वहीं पतं ने जीएसटी बिल के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि इसके लागू होने से उत्तराखंड के राजस्व में इजाफा होगा। मई के आखिरी में सूबे की सरकार जीएसटी बिल को कैबिनेट में रखेगी और जून में होने वाले सत्र में इसे सदन से पास करवा दिया जाएगा।
वित्त मंत्री ने कहा कि जीएसटी विधेयक में कई ऐसी वस्तुएं है जिन पर राज्य सरकार अपनी सूझ-बूझ से कर निर्धारित कर सकती है। जिनमें शराब और पेट्रोलियम समेत कई वस्तुएं शामिल हैं। मतलब साफ है कि अगर प्रकाश पंत की चली तो शराब और खनन के कारोबारी टैक्स की चोरी नहीं कर पाएंगे। उन्हें रत्ती-रत्ती और पाई-पाई का हिसाब देना होगा।