यूपी के रामपुर जिला निवासी सरजीत सिंह गत 28 मई को कुंडेश्वरी क्षेत्र के ग्राम मेहतावन में अपने चाचा महेंद्र सिंह के घर आया। 29 मई की सुबह गुरमीत अपने बच्चों के घर लौट गया। गुरुवार को पुलिस को किसी ने सूचना दी कि रामपुर से अपने चाचा के घर आया सरजीत सिंह दो हैंडग्रेनेड लेकर घूम रहा है। वो गांव को उड़ाने की धमकी दे रहा है। पुलिस ने दबिश देकर सरजीत को धर दबोचा। उसकी निशानदेही पर उच्च विस्फोटक क्षमता के दो हैंडग्रेनेड बरामद कर लिए। काशीपुर और आसपास पहले भी मोर्टार मिलते रहे हैं। 2004 में एसजी स्टील फैक्ट्री में हुए धमाके में एक श्रमिक की मौत हो गई थी।
कई श्रमिक घायल हो गए थे। इसके बाद मौके से बरामद 555 छोटे-बड़े मोर्टार पतरामपुर चैकी के लिए आवंटित स्थल पर दबा दिए गए। 2018 में सेना की मध्य कमान की ओर से चलाए गए ऑपरेशन में पतरामपुर पुलिस चैकी परिसर में जमींदोज 555 छोटे बड़े मोर्टार शेल (मिसाइलों) को फीका नदी में नष्ट किया गया था। 2014 में कुंडेश्वरी के गढ़वाल ब्लॉक में श्मशान घाट के पास पथरी नदी में भी छह मार्टार बरामद किए गए थे।