देहरादून। उत्तराखंड मित्र पुलिस की कार्यप्रणाली एक बार फिर सवालों के घेरे पर है। दून पुलिस पर शिकायत दर्ज करवाने पुलिस चौकी पहुंचे युवक को बेरहमी से पीटने का आरोप लगा है। एक ओर पुलिस आरोपों को सिरे से खारिज कर रही है, वहीं, दूसरी ओर युवक के शरीर पर पड़े पिटाई के निशान कुछ और ही कहानी बयां कर रहे हैं।
मामला कोतवाली क्षेत्र के अंतर्गत लक्ष्मण चौकी का है, जहां बीते रोज एक ही परिवार के चाचा-भतीजे के बीच किसी बात को लेकर लड़ाई हो गई। जिसके बाद भतीजा शिकायत लेकर पुलिस चौकी पहुंचा और पीछे से चाचा भी चौकी आ धमका। पीड़ित युवक का आरोप है कि उसके चाचा ने पुलिसवालों के साथ कुछ सांठ गांठ की। जिसके बाद दो पुलिसवाले उसे अलग कमरे में ले गए और उसकी बेरहमी से पिटाई कर दी।
पीड़ित युवक का कहना है कि उसे इस कदर बेरहमी से पीटा गया है कि वह न तो ठीक से चल पा रहा है और न ही बैठ पा रहा है। वहीं, पीड़ित युवक की सास का कहना है कि दरोगा ने उसके दामाद को पीटने के साथ ही कईं गंभीर आरोप लगाए हैं। बुजुर्ग महिला ने बताया कि चौकी इंचार्ज की दबंगई से इलाके के लोग बेहद परेशान हैं।
वहीं, मामलें को लेकर सीओ सिटी चंद्रमोहन सिंह का कहना है कि किसी भी परिवार के आपसी मामले में पुलिस को बीच आने की जरूरत ही नहीं होनी चाहिए। उन्होंने कहा कि दोनों पक्षों की आपस की लड़ाई में एक दूसरे को चोटें आई हैं। अगर पुलिस की मामले में संलिप्तता पाई जाती है तो उसकी जांच की जाएगी।