बुधवार को श्रीनगर-बारामुला हाइवे पर आतंकवादियों के साथ मुठभेड़ में बिहार भोजपुर के रमेश रंजन शहीद हो गए। गुरुवार शाम शहीद के पैतृक गांव जगदीशपुर के देव टोला गांव में पूरे राजकीय सम्मान के साथ अंतिम विदाई दी गयी। शहीद के पिता रिटायर दारोगा ने शहीद बेटे को मुखाग्नि दी। सशस्त्र बलों ने 21 राउंड फायरिंग कर शहीद को सलामी दी। लोगों ने नम आंखों से पुष्प अर्पित कर शहीद को श्रद्धांजलि दी।
जब तक सूरज चांद रहेगा-शहीद रमेश तेरा नाम रहेगा के लगे नारे
जब शहीद का पार्थिव शरीर उनके पैतृक गांव लाया गया पूरा भोजपुर जब तक सूरज चांद रहेगा-शहीद रमेश तेरा नाम रहेगा, शहीद रमेश अमर रहें व भारत माता की जय… के नारों से गूंज उठा। पार्थिव शरीर को देख घर और पूरे गांव में कोहराम मच गया। लोगों का सैलाब उमड़ा। शहीद को बिहार सरकार की ओर से परिवहन मंत्री संतोष निराला ने श्रद्धांजलि दी।
मुझे गर्व है कि मेरे बेटे ने आतंकियों को मार गिराया-पिता
इस दौरान शहीद के पिता राधामोहन सिंह ने नम आंखों से बेटे की शहादत पर कहा है कि मुझे गर्व है कि मेरे बेटे ने आतंकियों को मार गिराया और देश की रक्षा के लिए अपनी जान दे दी। बता दें कि रमेश के पिता ने बताया कि मेरा पूरा परिवार सेना में है। शहीद के पिता ने कहा कि सरकार श्रीनगर में ऐसा काम करे कि आतंकी जड़ से मिट जाएं और मेरे बेटे जैसा और किसी का बेटा शहीद न हो।
दो साल पहले हुई थी शादी
बता दें कि कि शहीद रमेश रंजन ने वर्ष 2011 में सीआरपीएफ में भर्ती हुए थे. उनकी पहली पोस्टिंग संबलपुर उड़ीसा में हुई थी, फिर इसके बाद उनकी पोस्टिंग जम्मू कश्मीर में हो गई थी। उनकी शादी दो साल पहले ही गुड़ी गांव की बेबी देवी से हुई थी।
दो आतंकियों को ढेर कर वीर गति को प्राप्त हो गया भोजपुर का सपूत रमेश
बता दें कि श्रीनगर-बारामुला हाईवे के लावेपोरा नारबल नाके पर बुधवार को सीआरपीएफ की 73 वीं बटालियन की ओर से चेकिंग की जा रही थी। तभी दिन के करीब साढ़े 11 बजे स्कूटी पर सवार तीन आतंकवादियों ने अचानक सीआरपीएफ जवानों पर हमला बोल दिया। इसके बाद मुठभेड़ शुरू हुई। इस दौरान जवानों ने तीनों आतंकियों को गोली मार दी। उसमें दो तो मौके पर ही ढेर हो गये, जबकि एक ने बाद में दम तोड़ दिया। इस बीच आतंकियों की गोली से भोजपुर का सपूत भी शहीद हो गया। हम शहीद की शहादत को नमन करते हैं औऱ हमें गर्व है हमारे जवानों पर. हमारे देश के जवान देश की रक्षा के लिए हमेशा सीने पर गोली खाने को तैयार रहते हैं।