पौड़ी (कोटद्वार): कोटद्वार के चर्चित अधिवक्ता सुशील रघुवंशी मर्डर केस का खुलासा आखिरकार पुलिस ने कर ही दिया है। पुलिस हत्या के आरोपियों तक पहुंचने में पूरे दो साल लग गए। सुशील रघुवंशी को मारने के लिए जेल में बंद शातिर शूटर की मदद लिए जाने की बात सामने आ रही है। अधिवक्ता रघुवंशी को बदमाशों ने सरेराह गोलियों से भून दिया था।
पत्नी ने कई दिनों तक दिया धरना
अपने पति के हत्यरों को पकड़वाने के लिए मृतक अधिवक्त की पत्नी रेखा रघुवंशी करीब एक साल से कोटद्वार तहसील में धरना दे रही थीं। पुलिस ने विनोग गर्ग उर्फ लाला और तीन अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। अधिवक्ता सुशील रघुवंशी की हत्या दो साल पहले बदमाशों ने दिनदहाड़े कर दी थी। तब से लेकर आज तक लगातार हत्याकांड के खुलासे की मांग की जा रही थी। कई लोगों ने आंदोलन भी किये, लेकिन पुलिस नाकाम रही। लोग तो चुप हो गए, लेकिन अधिवक्ता सुशील रघुवंशी की पत्नी रेखा रघुवंशी ने हत्यारों को सजा दिलाने की ठान ली और धरने पर बैठ गई।
दो साल पहले सरेराह मार दी थी गोली
हत्यारे वारदात को अंजाम देने के बाद बाइक से फरार हो गए थे। स्थानीय लोगों ने घायल वकील को कोटद्वार के सरकारी अस्पताल में पहुंचाया था लेकिन डाक्टरों ने प्राथमिक उपचार के बाद घायल को हायर सेंटर के लिए रेफर कर दिया, हालत ज्यादा नाजुक होने से अधिवक्ता ने रास्ते में ही दम तोड़ दिया था। अधिवक्ता की पत्नी रेखा रघुवंशी रक्षा मंत्रालय के उपक्रम बीईएल में सेवारत हैं। उस दिन उनकी पत्नी अपनी ड्यूटी पर चली गई थीं। करीब 11 बजे अधिवक्ता रघुवंशी तैयार होकर जैसे ही घर से बाहर निकले और दो पहिया वाहन पर सवार हुए, वैसे ही घात लगाए बैठे बाइक सवार बदमाशों ने उनकी पीठ पर गोली मार दी। मौके पर अफरा-तफरी मच गई।