नई दिल्ली: आयोध्या पर ऐतिहासिक फैसला आने के बाद देश के नाम संबोधन में पीएम मोदी ने कहा कि पूरा देश चाहता था कि हर रोज सुनवाई हो। उन्होंने कहा कि आज इतिहास में आज एक स्वर्णिम अध्याय जुड़ा है। देश की न्याया पालिका के लिए भी ये एक स्वर्णिम अध्याय है।
पीएम मोदी ने कहा कि यह इसलिए भी महत्वपूर्ण है क्योंकि फैसला सर्वसम्मति से आया। सुप्रीम कोर्ट ने दृढ़ निश्यच से फैसला लिया। उन्होंने जजों की भी तारफ की। उन्होंने कहा कि नौ नवंबर ही वह दिन था, जब वर्लिन की दीवार गिरी थी। आज ही करतारपुर साहिब की शुरूआत हुई। इसलिए ये दिन बहुत महत्वपूर्ण दिन है। हमें नौ नवंबर की ये तारीख आपस में मिलकर आगे बढ़ने का संदेश दे रही है। उनहोंने कहा कि ये दिन जुड़ने का है। मिलकर आगे बढ़ने का है। आज हर तरह की नकारात्मकता को तीलांजलि देने का दिन है।