नई दिल्ली : कृषि कानूनों का विरोध कर रहे किसानों के आंदोलन को जहां देशभर से समर्थन मिल रहा है। वहीं, कई लोग अलोचना के साथ ही प्रदर्शन को हिन्दू और सिख की लड़ाई, खालिस्तान समर्थन समेत कई आरोप लगा रहे हैं। इस मामले में केंद्रीय कृषि राज्य मंत्री कैलाश चौधरी का भी नाम जुड़ गया है। उन्होंने कहा कि सरकार लिखकर दे सकती है कि न्यूनतम समर्थन मूल्य बरकरार रखा जाएगा।
लेकिन, उन्होंने यह भी कह दिया कि उन्हें नहीं लगता कि ये असली किसान हैं। चैधरी ने कहा, मैं नहीं मानता कि असली किसान, जो कि अपने खेतों में काम कर रहे हैं, वे इस बारे में चिंतित हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि कुछ राजनीतिक लोग आग में घी डालने की कोशिश कर रहे हैं और देश के किसान नए कानूनों के समर्थन में हैं।
चौधरी ने कहा मुझे लगता है राज्यों में कांग्रेस सरकार और विपक्ष किसानों को भड़का रहे हैं। देश के किसान इन कानूनों के साथ हैं लेकिन कुछ राजनीतिक लोग आग में घी डालने की कोशिश में हैं। मुझे पीएम नरेंद्र मोदी के नेतृत्व और किसानों पर भूरा भरोसा है। मुझे यकीन है कि किसान कोई ऐसा फैसला नहीं करेंगे जिससे देश में कहीं भी अशांति हो। इन कानूनों से उन्हें आजादी मिली है। मुझे नहीं लगता कि जो असली किसान हैं, अपने खेतों में काम कर रहे हैं, इससे परेशान हैं।