कॉर्बेट की टीम ने बाघ को जंगल की तरफ खदेड़ने के लिए कई फायर किये। बाघ जंगल के किनारे बनी सुरक्षा दीवार को पार नहीं कर सका और डरकर एक नाले के स्लैब के नीचे बैठ गया। वनाधिकारियों के अनुसार बाघ उम्रदराज है और चोटिल भी दिख रहा है।
उन्होंने बताया कि बाघ को वापस जंगल मे पहुंचाना एक बड़ी चुनौती है। उन्होंने ये भी बताया कि बाघ आदमखोर नहीं है बल्कि राह भटककर मोहल्ले में पहुंच गया है जिसे रैस्क्यू कर लिया गया है और उपचार के बाद जंगल मे छोड़ दिया जाएगा ।