ऐसे लगा रहा था चूना
आरोपी अपने दोस्तों से पहले मंहगे प्रोडक्ट की ऑनलाइन बुकिंग कराता था और उसके बाद बिना उसके पैसे लिए सामान डिलीवर कर देता था। पिछले साल सितंबर से लेकर इस साल फरवरी के बीच अमेजन को 4604 ऑर्डर अकेले चिकमंगलूर शहर से मिले। ये सारे प्रोडक्ट दर्शन नाम के आरोपी ने डिलीवर किए, जोकि एकदंत नाम की कूरियर कंपनी में काम करता था। अपने प्रोडक्ट की डिलीवरी और पैसों की वसूली के लिए अमेजन ने इस कूरियर कंपनी से करार किया था।
शातिर तरीके से कर रहा था धोखाधड़ी
अमेजन ने दर्शन को ग्राहकों से वसूली के लिए एक टैब दिया था। इस टैब में एक कार्ड स्वैपिंग मशीन लगी थी। भुगतान के वक्त ये अमेजन कंपनी को फर्जी कंफर्मेशन भेज दे देते थे। कई महीनों तक कंपनी को इस फर्जीवाड़े का पता ही नहीं चला। जब कंपनी ने अपना तिमाही ऑडिट कराया तो इस काले खेल का पर्दाफाश हुआ।
शुरुआती जांच मे पुलिस अधिकारियों का ऐसा मानना है कि मुख्य आरोपी कंपनी द्वारा दिए गए टैब में छेड़छाड़ करने में कामयाब रहा और इसके बूते ही उसने इस फर्जीवाड़े को अंजाम दिया।