हल्द्वानी : कई दशकों से अपनी किस्मत बदलने का इंतजार कर रही हल्द्वानी की तहसील के दिन अब बहुरने वाले हैं। ब्रिटिश काल में 135 साल पहले बनी हल्द्वानी तहसील की इमारत पूरी तरह से जर्जर हो चुकी है। यहां के कर्मचारी डर के साए में तहसील भवन में काम करने को मजबूर हैं।
हल्द्वानी तहसील की हालत ऐसी हो गई है कि कभी भी तहसील ताश के पत्तों की तरह ढह सकती है, लिहाजा लंबे समय से नई तहसील के प्रोजेक्ट को ठंडे बस्ते में डाला गया था। जिसे अब हरी झंडी मिल गई है। जिला प्रशासन ने पुरानी तहसील को हटाकर वहां पर नई हाईटेक तहसील के साथ-साथ कई अन्य सरकारी उपक्रमों के प्रोजेक्ट बनाकर शासन को भेज दिए हैं। जिलाधिकारी संविन बंसल का कहना है कि नई तहसील की डीपीआर से लेकर प्रोजेक्ट रिपोर्ट भी शासन को भेज दी गई है।
जल्द ही शासन से बजट स्वीकृत होकर नई तहसील का कार्य भी शुरू होगा, गौरतलब है की कुमाऊँ की सबसे पुरानी तहसील में न सिर्फ दशकों पुराने रिकॉर्ड सुरक्षित करने की चुनौती है, बल्कि हल्द्वानी जैसे हाईटेक शहर में जर्जर तहसील का होना शासन और प्रशासन की कार्यप्रणाली पर भी सवाल उठाता है। लेकिन अब नई हाईटेक तहसील बने इसके लिए प्रशासन प्रयास कर रहा है।