टिहरी गढ़वाल(हर्षमणी उनियाल)- एक ओर जहां पूरा देश महिला सश्क्तिकरण की बात करता है. नेता चुनावी अखाड़े में महिलाओं की सुरक्षा को लेकर लाख दावे करते हैं. एक तरफ बेटी बचाओ-बेटी बढ़ाओ अभियान चलाया जाता है तो दूसरी ओऱ महिला से जुड़े इतने गंभीर मामले पर नेता से लेकर पुलिस भी चुप रहती है.
पहाड़ों में रोजगार न मिलने पर युवक शहर की ओर बढ़ते हैं और साल में एक-आद बार ही परिवार से मिलने आते हैं. लेकिन जब भी छुट्टी आते हैं तो पति-बच्चों पर खूब प्यार लुटाते हैं. घर का गुजर बसर करने के लिए औऱ बच्चों के लालन-पालन के लिए पहाड़ों से दूर जाकर नौकरी करना पहाड़ी युवकों के लिए आम बात है. लेकिन हम आपको एक ऐसी महिला के बारे में बताने जा रहे है जिसने अपना दर्द बयां किया औऱ अपनी आपबीती हमारे संवाददाता को बताई. एक महिला दिल में पति का प्यार रखे पहाड़ों में अपना घर-बार और बच्चों को संभालती है.
अपने ही देवर पर 20 साल से शारीरिक शोषण करने का आरोप
एक ऐसी महिला जिसका पति पहाड़ों से दूर दूसरे राज्य में नौकरी करता है और यहां जिसका बीस सालों से शारीरिक औऱ शोषण मानसिक होता आ रहा हो. एक तरफ देश भर में महिलाओं के उत्थान के लिए कई कार्यकर्म चलाये जा रहे हैं तो वहीं महिला के इज्जत की धज्जियां उड़ाई गयी. जी हां इसका खुलासा खुद पीड़ित महिला भगवानी देवी ने किया और अपने ही देवर पर 20 से शारिरिक शोषण करते आने का आरोप लगाया है. महिला गांव मजियाणी,पोस्टऑफिस-मजियाडी,पट्टी-दोगी, जिला टिहरी गढ़वाल की निवासी है. इस सनसनी खेज खुलासे में एक महिला ने अपने ही देवर पर बलात्कार का आरोप लगाया है.. हैरानी की बात ये है कि पुलिस से शिकायत करने के बाद भी अब तक पुलिस ने कोई कार्यवाही तो छोड़ो पूछताछ तक के लिए नहीं आई.
गांव के टीचर के साथ झूठे मामले में फंसाया
आपको बता दें इस घटनाक्रम से जुड़े कड़ी के कई तार तब खुले जब उक्त पीड़ित महिला भगवानी देवी को उसी के देवर ने उसी गाँव में रहने वाली एक मास्टर के साथ झूठे केस में फंसाने की कोशिश की. ये बात खुद पीड़ित महिला ने खुलासा करते हुए बताया.
टीचर को बंद कर दिया था बक्से में
पीड़ित महिला भगवानी देवी ने बताया कि पहले उसके देवर जगवीर ने मास्टर को 21 फरवरी 2018 को अपने घर पर बुलाया फिर उसे जमकर शराब पिलायी और उसके उसके होश खो देने पर उसे कमरे में ले जाकर एक बक्से में बंद कर दिया. पड़ोस वाले कमरे में ही भगवानी देवी रात का भोजन कर रही थी, उसे कुछ आवाजे सुनाई दी तो जैसे ही भगवानी कमरे में गयी उसने देखा की उसका देवर जगवीर एक बड़े बक्से में ताला मार रहा था. भगवानी देवी ने उक्त बक्से के बारे में जानना चाहा परन्तु इससे पहले उसे कुछ समझा में आता आरोपी देवर जगवीर उसके साथ जबरदस्ती करने लग गया और उसके साथ सम्बन्ध बनाने की कोशिश करने लगा ,जिसका विरोध करने पर उक्त आरोपी ने उसके साथ मारपीट की पीड़ित भगवानी देवी मदद के लिए चिल्लाई पर कोई भी मदद के लिए नहीं आया .
बदनाम करने की दी धमकी
महिला ने आरोप लगाया है कि उस दौरान उसके देवर ने बलपूर्वक उसका शोषण किया.जिसका विरोध करने परदेवर जगवीर ने उसे खूब मारा पीटा औऱ उसे बदनाम कर देने की धमकी दी. महिला ने आऱोप लगाया कि उसके देवर ने बंदी मास्टर के साथ उसके गलत संबंध की झूठी कहानी पीड़िता की जेठानी औऱ कई रिश्तेदारों को बताई और उसे बदनाम किया. हंगामे के बाद पीड़िता के देवर जगवीर, जेठानी धुपनी देवी ने पीड़ित भगवानी देवी को धमकाया और सच्चाई किसी को बताने पर उसे मारने की धमकी दी साथ ही उसको काम पर जाने से भी रोका.
आपको बता दें पीडित महिला स्कूल में भोजन माता का कार्य करती है. औऱ इस घटना के बाद उसकी नौकरी भी चली गयी है.
पुरानी चुनावी रंजिश के चलते मास्टर को फंसाया-पीड़िता
पीड़ित महिला ने बताया कि उसका जेठ गाँव के प्रधान भी हैं और अपनी पुराणी चुनावी रंजिश के चलते ही उन्होंने मास्टर कलम सिंह को फ़साने का काम किया है औऱ उसे भी झूठे मामले में फंसाया औऱ बदनाम किया.
देवर से हुआ एक बच्चा, उसे बेचने का आरोप
पीड़िता का कहना है की 20 वर्ष पूर्व शादी के दिनों से ही ससुराल वालों का उसके साथ बुरा बर्ताव था, उसका पति अमृतसर में नौकरी करता था और कभी कबार ही घर आता था. जिसका फायदा उसके देवर ने उठाया औऱ किसी को कुछ बताने पर उसे मास्टर के साथ गलत संबंध की झूठी कहानी बनाकर बदनाम किया.महिला ने बताया कि देवर से उसे एक बच्चा भी हुआ औऱ कुछ समय बाद जब उसका पति घर आया तो उसने भी अपनी पत्नी पर आरोप लगा कर उसे छोड़ कर चला गया औऱ साथ ही घर वालों ने भी उस पर बदचलनी का आरोप लगाया. महिला ने अपने पति पर बेटे को छीनने औऱ उसे अमृतसर ले जाकर कहीं बेच देने का आरोप लगाया है. और बताया कि उसके पति ने वहीँ किसी दूसरी औरत से शादी करली है.
पुलिस अब तक मौन, नहीं की कोई मदद
हैरानी की बात ये है कि मित्र पुलिस कहलाने वालों ने भी उसकी मदद तो दूर पूछताछ तक नहीं की. महिला ने बताया कि शिवपुरी पुलिस ठाणे में 14 मार्च 2018 को अपने साथ हुए शोषण के खिलाफ अर्जी दी थी लेकिन आज तक पुलिस कोई कार्यवाही करने से बची रही है.
सब-इंस्पेक्टर ने कही वीकेंड के बाद कार्यवाही करने की बात
महिला ने बताया कि शिवपुरी थाने के सब-इंस्पेक्टर कश्यपसे जब उसने फोन पर बात कि तो उन्होंने वीकेंड पर बहुत ज्यादा भीड़ होने की बात कही औऱ साथ ही वीकेंड के बाद गाँव आने का झूठा आशवासन दिया…सोचने वाली बात ये है कि तहरीर के बाद इतने गंभीर मुद्दे में पुलिस ने अब तक चुप क्यों है. तहकीकात के लिए पुलिस आगे क्यों नहीं आई.
क्या भगवानी देवी को न्याय मिलेगा या यह केस भी किसी गुमनाम कोठरी में दफ़न होकर रह जाएगा.