उत्तर प्रदेश से एक के बाद एक हिंसा के मामले सामने आ रहे हैं…बता दें इससे पहले भी इंस्पेक्टर सुबोध हिंसा के ही शिकार हुए थे जिसके बाद एक सिपाही अब भीड़ का शिकार हुआ. वहीं गाजीपुर में पत्थरबाजी की घटना में मारे गए कांस्टेबल के बेटे ने सूबे की सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल उठाए हैं. मृतक कांस्टेबल सुरेश वत्स के बेटे वीपी सिंह ने कहा कि पुलिस अपनी सुरक्षा नहीं कर पा रही है. हम उनसे क्या उम्मीद कर सकते हैं? अब हम मुआवजे के साथ क्या करेंगे?
बता दें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की रैली से लौट रहे पुलिसकर्मियों पर गाजीपुर के ननोहारा में कुछ लोगों ने पथराव किया था. इस पथराव की चपेट में आने से गाज़ीपुर के करीमुद्दीनपुर थाने में तैनात कांस्टेबल सुरेश वत्स की मौत हो गई थी. वह प्रतापगढ़ के लक्षीपुर-रानीपुर के रहने वाले थे. इस घटना में पुलिस ने 32 नामजद और 60 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया है. साथ ही करीब 11 लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
पिता की मौत के बाद बेटे वीपी सिंह ने योगी सरकार पर पुलिसवालों की सुरक्षा न करने का आरोप लगाया. उसने कहा कि पुलिस अपनी सुरक्षा नहीं कर पा रही है. हम उनसे क्या उम्मीद कर सकते हैं? अब हम मुआवजे के साथ क्या करेंगे?
इससे पहले बुलंदशहर में 3 दिसंबर को इंस्पेक्टर सुबोध सिंह की गोली मारकर हत्या हुई थी. इसके ठीक 24 दिन बाद यानि 27 दिसंबर को प्रतापगढ़ में बेखौफ बदमाशों ने कांस्टेबल राजकुमार की गोली मारकर हत्या कर दी थी. लगातार पुलिसकर्मियों की हो रही हत्या पर योगी सरकार घिरती नजर आ रही है.