रुड़की: नगर निगम की ओर से व्यापारियों को अलाॅट की गई दुकानों को हाईकोर्ट ने खाली कराने के निर्देश दिए हैं। जिस वक्त लोगों को दुकानें आवंटित की गई थी। तब प्रदीप बत्रा नगर पालिका के अध्यक्ष थे। व्यापारियों ने नगर पालिका अध्यक्ष रहते उनका स्वागत भी किया था। अब जब दुकानों के छिने जाने का खतरा मंडरा रहा है, तो व्यापारी विधायक के घर के बाहर धरना देने पहुंच गए।
नगर पालिका अध्यक्ष रहते हुए नगर विधायक प्रदीप बत्रा ने ही दुकानों को आवंटन किया था। दरअसल, दुकानों का आवंटन करने के बाद कुछ दुकानों की कीमत से कम पैसा निगम खाते में जमा किया गया था। जबकि व्यापारियों से ज्यादा रकम ली गई थी। इसको लेकर नगर निगम के पूर्व मेयर हाईकोर्ट गए थे। शासन की ओर से गठिम कमेटी में भी मामला सही पाया गया था।
अब हाईकोर्ट ने दुकानों को खाली करने के आदेश दिया है। व्यापारियों के अनुसार विधायक प्रदीप बत्रा ने उन्हें दुकान दिलवाने का वादा किया था, जिसके बाद हाई कोर्ट के आदेश पर हमें दुकान खाली करने के आर्डर हुए थे। मामला डबल बेंच में है। लेकिन, व्यापारियों को ये डर सता रहा है कि अगर उनके खिलाफ फैसला आया, तो उनको दुकानें खाली करनी होगी। अपने इसी डर के कारण व्यापारी विधायक के घर के बाहर धरना दे रहे हैं। विधायक प्रदीप बत्रा ने उन्हें वहां से हटने के लिए कहा है, लेकिन व्यापारियों कहना है कि जब तक हमें हमारी दुकान या पैसा वापस नहीं मिलेगा। तब तक धरने पर बैठे रहेंगे। वहीं बीजेपी विधायक प्रदीप बत्रा ने अपने ऊपर लगे सभी आरोपों को निराधार बता रहे हंै।