देहरादून: प्रतिभा हो तो, कोई रोक नहीं सकता। दिव्यांगता परेशान जरूर करती है, लेकिन जिनके हौसले बुलंद होते हैं। उनको कोई नहीं रोक पाता। ऐसा ही कुछ कर दिखाया है बागेश्वर की गरुड़ ब्लाक के परड़ा गांव के सागर थयात ने। सागर जूनियर वर्ल्ड पैरालंपिक एथलेटिक्स चैंपियनशिप में देश का प्रतिनिधित्व करेगा।
उत्तराखंड के दिव्यांग खिलाड़ी सागर थयात का चयन स्विट्जरलैंड में होने वाली जूनियर वर्ल्ड पैरालंपिक एथलेटिक्स चैंपियनशिप के लिए हुआ है। वह प्रतियोगिता में गोला और चक्का फेंक हिस्सा लेगा। उत्तराखंड पैरालंपिक एसोसिएशन के सचिव प्रेम कुमार ने बताया कि 28 जुलाई को स्विट्जरलैंड में होने वाली वर्ल्ड पैरालंपिक एथलेटिक्स प्रतियोगिता के लिए बागेश्वर जनपद के गरुड़ ब्लॉक के पुरडा गांव निवासी सागर थयात का चयन हुआ है।
उन्होंने बताया कि सागर चक्का और गोला फेंक प्रतियोगिता में हिस्सा लेगा। इस प्रतियोगिता के लिए भारत से 23 खिलाड़ियों का चयन किया गया है, जिनमें उत्तराखंड से एक मात्र खिलाड़ी के रूप में सागर का चयन हुआ है। सागर 23 जुलाई को दिल्ली पहुंचेगा जहां से उसे 27 जुलाई को स्विट्जरलैंड पहुंचना है। उन्होंने बताया कि सागर का चयन बंगलूरू में पैरालंपिक कमेटी आफ इंडिया और भारतीय खेल विकास प्राधिकरण ने ट्रायल के आधार पर किया।