
ये तंज देहरादून में उत्तराखंड के राज्यसभा सांसद और उत्तरप्रदेश कांग्रेस प्रदेश अध्यत्र राजबब्बर ने पीसी के दौरान कसे। कांग्रेस प्रदेश कार्यालय में केंद्र सरकार और अमित शाह पर जुबानी हमला करते हुए राजबब्बर ने कहा कि भ्रष्टाचार पर बड़ी-बड़ी बातें करने वाली भाजपा और उसकी सरकार अब जनता को नही बतायेंगे की एक कंपनी में इतना पैसा कहां से आया और किस तरह कंपनी ने इतना पैसा बनाया। जो कंपनी 16 हजार गुना लाभ कमाने वाली थी उस कंपनी को भाजपा के अध्यक्ष अमितशाह के बेटे जय शाह ने अचानक क्यों बंद कर दिया।

उन्होंने कहा आज ईडी और सीबीआई जैसी संस्थाएं खामोश हैं और कोई जांच नहीं कर रही हैं। वहीं राज्य सभा सांसद राजबब्बर ने केंद्रीय रेल मंत्री पीयूष गोयल पर निशाना साधते हुए कहा कि देश का केंद्रीय मंत्री एक व्यक्तिगत भ्रष्टाचार के मामले में प्रवक्ता बनकर सफाई देने पहुंच गए हैं। बब्बर ने कहा पीयूष गोयल के ऊर्जा मंत्री रहते नियमों को ताक पर रखा और जय शाह की कंपनी को विंड मिल लगाने के लिए 10 करोड़ रुपये का लोन दिया गया।
रेल मंत्री पर तीखे तेवर दिखाते हुए कहा कि पीयूष गोयल अपनी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष के बेटे की पैरवी में ऐसे प्रेस कांन्फ्रेंस कर रहे है मानो जय शाह मोदी कैबिनेट का हिस्सा हैं। उन्होंने नितिन गडकरी का हवाला देते हुए सवाल किया जब उनके ऊपर भ्रष्टाचार का मामला आया था तो गड़करी ने इस्तीफा दे दिया था। अब भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अमित शाह के बेटे पर आरोप लग रहा है तो क्या अब अमित शाह जी इस्तीफा देंगे।
बब्बर ने तंज कसते हुए कहा प्रधानमंत्री के हालात बेचारे की तरह हो गयी है। क्या सब कुछ त्यागने का दावा करने वाले पीएम मोदी इस मसले पर भी जांच की नैतिकता दिखा पाएंगे। राजबब्बर ने जय शाह मुनाफा मामले की जांच सुप्रीम कोर्ट के दो कार्यरत जजों से करवाने की मांग की।