डोईवाला- मुख्यमंत्री के विधानसभा क्षेत्र में शराब के ठेकेदारों की गुंडागर्दी की चरम पर है। आलम ये है कि अगर ग्राहक ने ओवर रेट बिक्री का विरोध किया तो दुकान संचालक के गुर्गे ग्राहक को थप्पड़ रसीदने में भी नहीं हिचकते।
कुछ ऐसा ही हुआ डोईवाला की विदेशी मदिरालय में। ग्राहक ने शराब की बोतल पर छपे दाम देने की बात कही जबकि शराब की दुकान वालों ने 560 वाली बोतल के 690 रूपए मांगे। ग्राहक ने मना किया और संचालक ने तैश में आकर न केवल ग्राहक के गाल पर तमाचा जड़ा बल्कि ग्राहक के साथ मार-पिटाई भी की।
शराब के ठेके की गुडागर्दी की खबर डोईवाला में जंगल की आग की तरह फैली और देखते ही देखते आम आदमियों के साथ कांग्रेसी कार्यकर्ता भारी संख्या में जुट गए। उसके बाद ऐसा हंगामा हुआ कि शराब की दुकान के संचालक दुकान छोड़कर फरार हो गए और मौके पर पुलिस पहुंच गई। स्थानीय लोगों और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने दुकान का शटर डाउन करके वहां खूब हंगामा काटा।
घटना बीते रोज साढ़े सात बजे के करीब की बताई जा रही है। पीड़ित दिनेश कुमार खत्ता की माने तो डोईवाला अंग्रेजी शराब की दुकान से उन्होने जो शराब खरीदी उस बोतल पर 560 रूपए मूल्य दर्ज था। जबकि उनसे 690 रूपए वसूले गए। जिसका उन्होने विरोध किया और विरोध करने पर ठेका संचालक ने दिनेश को थप्पड़ जड़ दिया। दिनेश की माने तो शराब दुकान के संचालक ने उन्हें धमकाते हुए कहा कि पुलिस और प्रशासन शराब वालों का कुछ नहीं बिगाड़ सकती। पुलिस को शराब वाले मोटा पैसा देते हैं।
इस मामले में पीड़ित दिनेश ने कोतवाली में तहरीर दे दी है। युवा कांग्रेस प्रदेश सचिव विक्रम सिंह नेगी ने कहा कि डोईवाला, रानीपोखरी जैसे क्षेत्रों में शराब के अधिक रेट वसूले जा रहे हैं। लेकिन पुलिस, प्रशासन आंखे मूंद कर बैठी है। नेगी का आरोप है कि शराब ठेका संचालकों को पुलिस का संरक्षण प्राप्त है। सच क्या है ये तो पुलिस ही जाने बहरहाल इस हंगामें से शराब के ठेकों पर हो रही मनमानी बेपर्दा हो गई है।