देहरादून : आज बिपिन रावत की बेटियों ने पिता और मां की अस्थियां हरिद्वार गंगा में विसर्जित की। दोनों की आंखें आज भी मां पिता को याद कर नम बनी हुई थी। आज भी देश भर में लोग बिपिन रावत को श्रद्धांजलि अर्पित कर रहे हैं। बिपिन रावत को भारत रत्न देने की मांग कर रेह हैं।
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बता दें कि कांग्रेस के बाद केदारनाथ के वरिष्ठ तीर्थ पुरोहित श्रीनिवास पोस्ती ने भारत सरकार से देश के पहले सीडीएस स्व.बिपिन रावत को भारत रत्न देने की मांग की है। उन्होंने कहा कि केदारनाथ एवं टिहरी में उनसे भेंट हुई थी। रावत देश के प्रत्येक नागरिक की सुरक्षा के बारे में सोचते थे। वे गढ़वाल एवं उत्तराखंड के लिए बहुत कुछ करना चाहते थे। 19 सितंबर 2019 को बिपिन रावत केदारनाथ आए थे।
बिपिन रावत उत्तराखंड के रहने वाले थे। उनके निधन पर उनके पैतृक गांव पौड़ी जिले के ग्राम पंचायत विरमोली के सैंण गांव में मातम पसरा हुआ है।