देहरादून :ट्रांसपोर्टरों की देशव्यापी हड़ताल का असर उत्तराखंड में देखने को मिला। देहरादून में यात्रियों का हाल बेहाल है. यात्री सामान लिए सड़कों पर भरी धूप में खड़े हैं और साथ ही जाम ने दूनवासी समेत यात्रियों को और मुश्किलों में डाल दिया है.
एक दिवसीय हड़ताल
दरअसल ऑल इंडिया मोटर ट्रांसपोर्ट कांग्रेस और उत्तराखंड परिवहन महासंघ के आह्वान पर उत्तराखंड में विक्रम, ऑटो, स्कूल वैन, सिटी बसों के संचालक भी आज एक दिन की हड़ताल पर रहेंगे।
हड़ताल के चलते प्रदेश में करीब 20 हजार ट्रकों के पहिए जाम
आपको बता दें हड़ताल के चलते प्रदेश में करीब 20 हजार ट्रकों के पहिए जाम हैं, वहीं दून शहर में सिटी बसों, विकर्मों, टैक्सी मैक्सी, ऑटो और स्कूली वाहनों समेत 2 लाख वाहनों के पहिये थमे हुए हैं।
270 सिटी बसों,794 विक्रम, 2600 ऑटो, 250 मैजिक के अलावा 150 से अधिक स्कूली बसों, वैन की हड़ताल
देहरादून सिटी बस सेवा महासंघ के अध्यक्ष विजयवर्धन डंडरियाल के मुताबिक उनकी यूनियन ने हड़ताल का निर्णय लिया है। आज शहर में 270 सिटी बसों को संचालन ठप रहेगा। वहीं 794 विक्रम, 2600 ऑटो और 250 मैजिक के अलावा 150 से अधिक स्कूली बसों, वैन का भी संचालन पूरी तरह ठप रहेगा।
ट्रक ट्रांसपोटर्स का साफ कहना- जब तक नहीं मानी जाएंगी मांगे तब तक हड़ताल
वहीं ट्रक ट्रांसपोटर्स का साफ कहना है कि जब तक मांगो को लेकर केंद्र सरकार कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाती है और उन्हें केन्द्रीय महासंघ की ओर से निर्देश नहीं मिलते हैं, तब तक ट्रकों की हड़ताल चलती रहेगी। ट्रकों की हड़ताल से मंडी में भी कामकाज पूरी तरह प्रभावित हुआ है। ट्रक ट्रांसपोर्टर्स की इस हड़ताल का सबसे अधिक असर बाजार पर पड़ा। आढ़तियों का सामान समय पर नहीं पहुंच पा रहा है, तो वहीं दूसरी ओर निरंजनपुर मंडी पर भी इसका असर देखने को मिला। मंडी में आवक पर इसका व्यापक असर दिख रहा।
ये हैं ट्रांसपोर्टरों की मांगें
1.तृतीय पक्ष बीमा प्रीमियम निर्धारण में पारदर्शिता
2.जीएसटी में छूट
3.ट्रांसपोर्ट कारोबार पर टीडीएस समाप्त किया जाए।
4.ई वे बिल से जुड़ी व्यावसायिक समस्याओं को देखते हुए नियमों में संशोधन हो।
5.बसों और पर्यटक वाहनों को नेशनल परमिट देने की मांग लंबे समय से की जा रही है