ऋषिकेश के श्यामपुर इलाके में पुलिस चौकी से चंद कदम दूरी पर गुरुद्वारे के एक सेवादार ने दिनदहाड़े दो मासूम बहनों की गला घोंटकर हत्या कर दी। नेपाली मूल की इन दोनों बहनों को मौत के कारणों का अभी पता नहीं चला है। हत्या के आरोपी ने हत्या के कारणों को लेकर जो कहानी पुलिस को बताई है वह किसी के भी गले नहीं उतर पा रही है। ऐसे में दूसरे पहलुओं से भी मामले को खंगाला जा रहा है।
श्यामपुर पुलिस चौकी के सामने गुरुद्वारे के भवन के पीछ के कमरे मे नेपाली मूल की महिला सीता देवी, अपने तीन बच्चों मनीषा (13 वर्ष), मिलन (09 वर्ष) और रिया (03 वर्ष) के साथ रहती है। सीता देवी का पति सूरज दुराचार के एक मामले में काफी समय से सुद्धोवाला जेल में है। वह घरों में कामकाज करके परिवार का खर्च चलाती है।
गुरुवार की सुबह सात बजे सीता देवी रोज की तरह सुबह काम पर चली गई। बेटा मिलन गुमानीवाला में ताई के घर गया हुआ था। करीब साढ़े 11 बजे उसका बेटा मिलन कमरे पर आया तो बाहर से कुंडी लगी थी और कपरे में मनीषा और रिया बेसुध पड़े थे..बता दें कि गुरुद्वारे का सेवादार हत्या के बाद कमरे के बाहर से कुंडी लगाकर फरार हुआ था। मिलन ने गुरुद्वारे के सेवादार के फोन से मां को मोबाइल मिलाया, लेकिन स्विच ऑफ मिला। पड़ोस के लोगों ने नजदीक के क्लीनिक से चिकित्सक को बुलाया तो चिकित्सक ने दोनों की मौत होने की जानकारी दी। देर रात वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक निवेदिता कुकरेती ने घटना का खुलासा किया।
शौचालय व बाथरुप को इस्तेमाल करने से करता था मना
पुलिस के अनुसार आरोपी ने बताया कि मनीषा व रिया गुरुद्वारे के शौचालय व बाथरूम का अक्सर प्रयोग करती थी, वह मना करता था। मगर, वह नहीं मानती थी। गुरुवार की सुबह भी किसी बात पर मनीषा के साथ आरोपी का विवाद हुआ और उसके बाद उसने गुस्से में आकर उसकी हत्या कर दी। छोटी बहन रिया ने उसे पहचान लिया तो इसलिए उसे भी बेल्ट को गला घोंटकर मार डाला।
तीन बच्चों का पिता है आरोपी
आरोपी की गुमानीवाला में कपड़े की दुकान भी है। पुलिस ने देर शाम इस सिलसिले में गुरुद्वारा के सेवादार स. परवान सिंह पुत्र छोटे सिंह 50 वर्ष निवासी गुमानीवाला को गिरफ़तार किया है. गुरुवार देर रात वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक निवेदिता कुकरेती ने घटना का खुलासा किया।
मेरी बेटियों पर रखता था गलत निगाहे
वही बच्चियों की मां का आरोप है कि सेवादार पहले से ही उनकी बच्चियों पर गलत निगाहे रखता था..