देहरादून : उत्तराखंड की 5 लोकसभा सीटों के लिए 11 अप्रैल को मतदान होना है लेकिन उत्तराखंड भाजपा की बात करे तो पार्टी के भीतर दावेदारों की तादाद इतनी लम्बी हो चली है जो पार्टी के लिए मुसिबत बन सकती है,वो भी तब जब उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष कह चुके कि 5 सीटों पर पहली दावेदारी 5 निवर्तमान सांसदों की ही है।
उत्तराखंड की 5 लोकसभा सीटों लिए भाजपा कल देर रात प्रत्याशियों के नामों का ऐलान कर सकती है, क्योंकि कल दिल्ली में भाजपा पार्लियामेंट बोर्ड की बैठक होने जा रही है, जिसमें पहले चरण के लिए होने वाले लोकसभा क्षेत्रों के प्रत्याशियों पर चर्चा की जाएगी लेकिन उत्तराखंड की 5 लोक सभा सीटों पर केंद्रीय भाजपा हाईकमान का विश्वास कौन जीत पाएगा ये सवाल उत्तराखंड की जनता की जुबान पर है। वर्तमान में उत्तराखंड की 5 लोकसभा सीट भाजपा के पास है जिनमें पौड़ी लोकसभा सीट पर चुनाव न लड़ने का ऐलान निर्वतमान सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री बीसी खंडूरी कर चुके हैं.
5 लोकसभा सीटों पर 5 चेहरे लोकसभा चुनाव की रण में उतारने हैं लेकिन…
वहीं नैनीताल सीट पर निर्वतमान सांसद और पूर्व मुख्यमंत्री भगत सिंह कोश्यारी भी चुनाव न लड़ने की बात कर रहे हैं,लेकिन इस तीन निवर्तमान सांसद रमेश पोखरियाल निशंक, माला राजलक्ष्मी शाह और अजय टम्टा चुनाव लड़ने का मन बनाए हुए हैं। भाजपा को प्रदेश की 5 लोकसभा सीटों पर 5 चेहरे लोकसभा चुनाव की रण में उतारने हैं लेकिन इन्ही 5 चेहरों की दावेदारी के लिए पार्टी के पास 36 उम्मीदवारों ने दावेदारी की है। किस सीट पर किसको टिकट मिलेगा इस को लेकर भी तमाम कायस लगाए जा रहे हैं लेकिन उत्तराखंड भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष का कहना कि 5 लोकसभा सीटों पर पहली दावेदारी 5 निवर्तमान सांसदों की ही है।
सांसद की जीत की गांरटी मोदी और शाह के सामने नहीं होगी पार्टी उसे टिकट नहीं देगी
प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट का ये बयान केवल कैमरों के सामने की ठीक लग रहा है क्योंकि भाजपा के भीतर माना जा रहा है कि जो निवर्तमान सांसद पीएम मोदी और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह के जीत के भरोसे पर खरा नहीं बैठता है उसका टिकट कटना तय है. यानी उत्तराखंड के 5 निवर्तमान सांसदों में जिसकी सांसद की जीत की गांरटी मोदी और अमित शाह के सामने नहीं होगी पार्टी उसे टिकट नहीं देगी. इन्ही वजहों से भाजपा के भीतर टिकट पाने वालों का सैलाब प्रदेश में उमड़ा है जो दावेदारी के साथ जीत की भी गारंटी दे रहे हैं. प्रदेश सरकार में कैबिनेट मंत्री यशपाल आर्य टिकट मिलने पर नैनीताल सीट हो भाजपा की झोली में डालने की बात कर रहे हैं तो राज्य मंत्री अल्मोड़ा सीट पर दोवदारी इतने आत्म विश्वास से कर रही है जैसे हाईकमान ने उनका टिकट फाइनल कर दिया वो और वह जीतकर लोकसभा पहुंचने वाली है।
भाजपा नेताओं में आपस में जबरदस्त होड़
उत्तराखंड में लोकसभा प्रत्याशी का टिकट पाने के लिए उत्तराखंड में भाजपा नेताओं में आपस में जबरदस्त होड़ देखी जा रही है. कोई अपनी दावेदारी जन नेता के रूप में पेश कर रहा है तो कोई पार्टी के लिए अब तक किए गए कार्यों को लेकर दावेदारी पेश कर रहा है और इन्ही में दो दावेदार पौड़ी और टिहरी लोकसभा सीट पर भी है. जिनका 2017 के विधानसभा चुनाव में टिकट कट गया था लेकिन इन दोनों नेताओं को उम्मीद है कि भले ही पार्टी ने उन्हें विधानसभा चुनाव में जिताऊ प्रत्याशी के रूप में न देखा हो लेकिन लोकसभा चुनाव में पार्टी उन्हें जीताऊ प्रत्याशी के रूप में देखेगी।
भाजपा लोकसभा चुनाव पीएम मोदी के नाम और चेहरे पर लड़ रही है और भाजपा नेताओं को लगता है कि जैसे 2014 के चुनाव में मोदी लहर से कई ऐसे नेताओं की नैया पार हो गई कि वह लोकसभा पहुंच गए…ठीक उसी तरह इस बार भी जनता मोदी के नाम पर उन्हे लोकसभा पहुंचा देगी लेकिन देखना ये होगा कि आखिर उत्तराखंड से 5 लोकसभा सीटों पर टिकट पाने वाले वह कौन से चेहरे होंगे जो मोदी और अमित शाह का विश्वास जीतने में कामयाब हो पाएंगे।