हल्द्वानी, संवाददाता- जब से पहाड़ में पलायन हुआ है सूबे के मैदानी आबादी में पानी की किल्लत बढ़ गई है। खास कर गर्मियों में तो पानी के लिए हाहाकार मच जाता है। तथाकथित विकास योजनाओं के चलते पहाड़ से लेकर मैदान तक जो दरख्तों की दुनिया उजड़ रही है उससे न केवल गरमी में इजाफा हो रहा है जिंदगी के लिए जरूरी पानी के स्रोतों पर असर पड़ रहा है।
आलम ये है कि सूबे के पेयजल मंत्री प्रकाश पंत को स्वीकारना पड़ रहा है कि राज्य के 91 शहरी इलाकों में से सिर्फ 21 शहरी क्षेत्र ही ऐसे हैं जहां पानी के लिए गर्मियों में किचकिच नहीं होती । बहरहाल गढ़वाल मंडल में पानी की किल्लत पर पेयजल महकमे के अधिकारियों से समीक्षा करने के बाद सूबे के पेयजल मंत्री प्रकाश पंत ने कुमांऊ मंडल में पानी की समस्या पर समीक्षा बैठक की।
हल्द्वानी में नैनीताल और अल्मोड़ा जिले की पेयजल योजना की समीक्षा की। बैठक के दौरान उन्होंने अधिकारियों को निर्देश देते हुए कहा कि सभी डिविजन अपने कार्यक्षेत्र के उन इलाकों को चिन्हित करें जिन इलाकों में पानी की किल्लत रहती है। पंत ने कहा कि ऐसे इलाकों मे अधिकारी पानी मुहैय्या करने की पूरी कोशिश करें।
वहीं उन्होंने अधिकारियों को नसीहत देते हुए कहा कि दोनों जिलों की सभी पेयजल योजनाएं इसी महीने पूरी हो जानी चाहिए। इस मौके पर पेयजल मंत्री ने पानी की किल्लत दूर करने के लिए टैंकरों से व्यवस्था सुचारू करने के आदेश भी दिए।