चमोली में हुए दर्दनाक हादसे ने हर किसी को झकझोर कर रख दिया था। सीएम धामी ने इस हादसे की मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए थे। जिसकी रिपोर्ट सामने आ गई है। जिसमें हादसे के कारणों को खुलासा हुआ है।
चमोली हादसे की मजिस्ट्रियल जांच रिपोर्ट आई सामने
चमोली हादसे के बाद सीएम धामी ने मजिस्ट्रियल जांच के आदेश दिए हैं। जिसकी जांच रिपोर्ट सामने आ गई है। जांच अधिकारी एडीएम चमोली डॉ अभिषेक त्रिपाठी ने डीएम को रिपोर्ट सौंपी है। जिसके बाद डीएम चमोली ने राज्य सरकार को रिपोर्ट भेज दी है।
इस कारण हुआ था हादसा
चमोली में एसटीपी प्लांट की विद्युत व्यवस्था किए गए अनुबंध एवं विद्युत सुरक्षा के मानकों के अनुरूप नहीं होना हादसे का कारण बताया गया है।
इसके साथ ही अनुबंधित फर्म के द्वारा किए गए कार्यों की समीक्षा का अभाव और विद्युत विभाग एवं जल संस्थान के कार्मिकों के मध्य कोआर्डिनेशन की कमी को हादसे का कारण बताया गया है।
जांच में सामने आई ज्वाइंट वेंचर फर्म की बड़ी लापरवाही
चमोली में हुए हादसे में दुर्घटना की तीव्रता बढ़ने का कारण एसटीपी प्लांट पर पहुंचने वाले रास्ते का संकरा होना बताया गया है। इसके साथ ही इस हादसे की जांच रिपोर्ट में ज्वाइंट वेंचर फर्म की बड़ी लापरवाही और अव्यवस्था सामने आई है।
ज्वाइंट वेंचर कंपनी के अनुबंध को निरस्त करने की संस्तुति
जांच अधिकारी एडीएम चमोली डॉ अभिषेक त्रिपाठी ने ज्वाइंट वेंचर कंपनी के अनुबंध को निरस्त करने की संस्तुति दी है। इसके साथ ही जांच अधिकारी ने उत्तराखंड राज्य में ज्वाइंट वेंचर कंपनी को ब्लैक लिस्ट किए जाने की संस्तुति भी की है।
इसके साथ ही उन्होंने अनुबंध की शेष अवधि में अनुबंध के अधीन समस्त सीवरेज ट्रीटमेंट प्लांटों के ऑपरेशन और मेंटेनेंस पर आने वाले खर्च मरम्मत को जॉइंट वेंचर फर्म से वसूलने की संस्तुति दी है।