देहरादून- कांग्रेस की विकास संकल्प यात्रा तिथियों के बदलने के साथ साथ स्थान परिवर्तन को लेकर भी चर्चा में रहीं हैं। कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष और सरकार के बीच तालमेल के अभाव के चलते अभी तक स्थितियां स्पष्ट नहीं हो पा रही है। हालांकि कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष किशोर उपाध्याय तिथियों के परिवर्तन के पीछे मौसम की दुहाई दे रहे है। जबकि कड़वा सच ये है कि सरकार और संगठन भाजपा के पर्दाफाश रैली के आक्रमण की धार कुंद करने में नाकाम रहें हैं।
देवप्रयाग से जोर शोर के साथ विकास संकल्प यात्रा का आगाज़ करने का दावा करने वाली कांग्रेस अब बैकफुट पर है। भाजपा रुपी असुरों का नाश करने का दम भरने वाली कांग्रेस का सच ये है कि जहां से उन्हें यात्रा का आगाज़ करना था वहीं से अब यात्रा का अंत करने की बात कर रही हैं। कश्मीर एकता दिवस का नारा देकर मोदी जी जवाब दो और भाजपा जवाब दो का नया शिगूफा छोड़कर संकल्प यात्रा का खाका ही बिगड़ गया है। खास बात ये है कि ये वो ही कांग्रेस है जिसके प्रदेश अध्यक्ष ने भाजपा के पर्दाफाश रैली के जवाब में विकास संकल्प यात्रा का खाका खींचा था।
अब वहीं पीसीसी अध्यक्ष किशोर उपाध्याय ने यात्रा का पूरा खाका ही बदल दिया है। यात्रा के बाबत दो बार तिथियां व तीन बार स्थल परिवर्तन के बाद भी किशोर ये मानने को कतई तैयार नहीं हैं कि वो बैकफुट पर है और सरकार और संगठन के बीच कोई तालमेल नहीं हैं। जिस देवप्रयाग से यात्रा का आगाज़ होना था अब उसी देवप्रयाग को अंतिम चरण में शामिल किया गया है। रविवार को महंगाई के खिलाफ बड़ा प्रदर्शन व इसी क्रम में सोमवार को देशभर के किसानों के आत्महत्या के मुद्दे पर बाजपुर में रैली निकाली जाएगी। इसके बाद हर विधानसभा क्षेत्र में धरने प्रदर्शन होंगे और अंत में देवप्रयाग से कार्यक्रम की समाप्ति होगी।
बहरहाल कड़वा सच ये है कि पीसीसी अध्यक्ष को भी नहीं मालूम कि चरणबद्ध प्रदर्शन व अन्य कार्यक्रमों में कौन कौन शामिल होगा। किशोर कहते हैं कि मुखिया को भी चरणबद्ध कार्यक्रमों की जानकारी भेज दी गई है समय होगा तो वो ज़रुर कार्यक्रमों में शिरकत करेंगे। कांग्रेस के हमलावर रवैये का सच ये है कि भाजपा की पर्दाफाश यात्रा का जवाब वो अभी तक नहीं खोज पाई है अब इसके पीछे सरकार और संगठन की रार है या फिर कांग्रेस पार्टी में गहरा रही अंर्तकलह ये तो किशोर ही जाने लेकिन कार्यकर्ता कांग्रेस के इस रवैये के चलते खासे नाराज़ हैं।