देहरादून प्रांतीय आयुर्वेद और यूनानी सेवा संघ का कार्मिक अनशन लगातार जारी है। इसी के चलते अनशन कारियों ने सरकार की बुद्धि-शुद्धि के लिए यज्ञ किया। इस मौके पर उन्होंने कहा कि, सरकार अपने वादे याद कर सके इस लिए बुद्धि-शुद्धि यज्ञ किया गया है। उन्होंने कहा कि, मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा था कि आयुर्वेद चिकित्सक को नान प्रक्टिस अलाउंस दिया जायेगा। जबकि एक साल बाद भी इस पर कोई अमल नहीं किया गया है। वहीं प्रांतीय अध्यक्ष डॉ के एस नपंच्याल ने आक्रोश व्यक्त करते हुए कहा कि, प्रदेश की स्वास्थ्य व्यवस्था की रीढ़ आयुर्वेदिक चिकिसकों के साथ सौतेला व्यवहार अब बर्दाश्त नहीं होगा, उन्होंने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि आयुर्वेदिक चिकित्साधिकारीयों को किसी भी प्रकार से कम आंकने की गलती न करें।