लक्सर( गोविंद सिंह) – इधर सरकार के मुखिया जीरो टॉलरेंस की नीति पर चलने की बात कर रहे हैं जबकि उधर लक्सर के नैतवाला सैदाबाद में प्रधानपति ने गुल खिला दिया है। जिस स्वच्छ भारत अभियान के तहत उत्तराखंड खुले में शौच के अभिशाप से मुक्त होकर ईनाम पा चुका है उसी स्कीम के तहत स्वजल महकमे ने प्रधानपति के साथ मिलकर हर घर से कमीशन डकारा है।
आरोप है कि नैतवाला सैदाबाद में स्वच्छ भारत अभियान के तहत शौचालय निर्माण का भुगतान ऐसे परिवारों को हुआ है जिनके घर में शौचालय पहले से बना था। आरोप हैं कि जिन घरों को शौचालय की सख्त दरकार थी वहां शौचालय नहीं बने जबकि जिन घरों में थे वहां दो हजार कमीशन लेकर शौचालय निर्माण का भुगतान किया गया।
आरोप ये भी है प्रधानपति और स्वजल महकमे के कारिंदों ने जरूरतमंदों को न केवल परेशान किया है बल्कि पैसा भी ऐंठा है। मतलब लक्सर के नैतवाला सैदाबाद गांव में स्वच्छ भारत मिशन के तहत जो भी शौचालय बने हैं सब के सब शक के घेरे में हैं।
आरोप तो ये भी हैं कि जिनकी सैटिंग थी उन परिवारों के कई सदस्यों को शौचालय निर्माण का पैसा कमीशन के आधार पर बांटा गया। इतना ही नहीं ग्रामीणों का कहना हैं कि जहां शौचालय बनवाए गए है उन पर बेहद घटिया साम्रगी का इस्तमाल किया गया।
इलाके में शौचालय निर्माण की हकीकत क्या है ये तो जांच के बाद ही पता चलेगा। हालांकि मामले की खबर लक्सर एसडीएम कौतुम्भ मिश्रा को भी है। साहब का कहना था मामला उनके संज्ञान में भी आया है, मामले की जाँच की जा रही है । जाँच के बाद जो भी दोषी पाया जायेगा उसके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।
बहरहाल आरोपों को देखकर कहा जा सकता है कि कुछ रसूखमंदों को न तो जीरो टॉलरेंस नीति की कोई परवाह है और न पीएम मोदी के स्वच्छ भारत के सपने की। गड़बड़ी के आलम में राज्य के कई गांव जीने को मजबूर हैं।