देहरादून-ऐसोचैम एवं उद्योग और सेवा क्षेत्र से जुड़े बुद्धिजीवियों से जुड़े संवाद कार्यक्रम में मुख्यमंत्री हरीश रावत ने विभिन्न सेक्टरों से जुड़ी समस्याओं का चिंतन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री ने कहा कि कृषि क्षेत्र में हम डेढ़ साल पहले नकरात्मकता की तरफ थे, लेकिन अब धीरे धीरे इस क्षेत्र में भी हमने 5 से 6 प्रतिशत के बीच बढ़ोत्तरी कर ली है। कृषि क्षेत्र के बाबत हरिद्वार में काफी संभावनाएं तलाशी गई है। जल्द इस पर कार्य किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि सर्विस सेक्टर में ज़बरदस्त उछाल आया है, हमारा लक्ष्य इस सेक्टर में 20 प्रतिशत बढ़ोत्तरी की है, 2013 में इस क्षेत्र में गिरावट आई थी, जिसे सरकार ने चुनौती के रुप में स्वीकार किया। सीएम ने कहा कि सबसे ज़्यादा खराब स्थिति टूरिज़्म सेक्टर में थी, इस साल इस सेक्टर ने ज़बरदस्त रिकवरी की है। चारधाम यात्रा मामले में पर्यटक रिकार्ड कायम किया है। मुख्यमंत्री हरीश रावत ने कहा कि हेल्थ सेक्टर अभी सरकार के लिए चुनौती बना हुआ है, हम जिला अस्पतालों को ही बेहतर नहीं कर पाएं है, इसके लिए प्रयास जारी है। 2005 से अबतक डॉक्टरों की भर्ती नहीं हुई है, जिन्हें भरने के प्रयास जारी है। सीएम ने कहा कि सरकार का अपना मेडिकल भर्ती बोर्ड है, और आम लोगों को स्वास्थ्य इंशोरेंस देने के मामले में सरकार ने सफलता पाई है। सरकार का लक्ष्य इस योजना के तहत 12 लाख लोगों तक पहुंचना है। सीएम ने कहा, कि सबकुछ ठीक रहा है तो सरकार इसमें जल्द सफल होगी। इसके अलावा सीएम ने इंडीस्ट्रीयल सेक्टर में आएं उछाल पर उत्तराखंड की जनता को बधाई दी, और कहा कि सरकार का लक्ष्य सभी इंडस्ट्रियों में 24 घंटे बिजली देने का है। मुख्यमंत्री ने कहा कि अगले वर्ष तक सरकार का लक्ष्य बिजली के मामले में कानून बनाकर पहले इंडीस्ट्रीज़ व बाद में आम उपभोक्ताओं को 24 घंटे बिजली देना है। अगर ऐसा नहीं हुआ तो सरकार कानून बनाकर क्षतिपूर्ति के लिए भी तैयार रहेगी। इस मौके पर ऐसोचैम के पदाधिकारियों ने विभिन्न सेक्टरों में आएं उछाल की रिपोर्ट पेश की, साथ ही उद्योगपतियों ने भी विभिन्न सेक्टरों में आए उछाल को बरकरार रखने पर अपनी राय दी।