। आईटीबीपी के हिमवीरों को केंद्रीय गृह मंत्री राजनाथ सिंह के साथ संबोधित करते हुए सीएम रावत ने कहा कि सैनिक और उसके परिजनों के साथ हर वक्त राज्य सरकार है। इस मौके पर सीएम ने बड़ा ऐलान करते हुए कहा कि सरहद पर शहीद होने वाले जवान के परिजनों को राज्य सरकार सरकारी नौकरी देगी। वहीं अपने बार्डर दौरे पर सीएम रावत ने कहा कि ये उनका सौभाग्य है कि उन्हें सरहद पर तैनात जवानो से मिलने का मौका मिला।
सीएम के इस वादे की जितनी तारीफ की जाए वो कम है लेकिन बड़ा सवाल ये है कि इस राज्य में कई कारगिल शहीद और दूसरे शहीद सैनिकों के परिजनों के साथ किए गए सरकारी वादे आज भी अधूरे हैं। ऐसे में सरकार को इस बात का ध्यान रखना जरूरी है कि कही बात आज के बाद पत्थर की लकीर साबित हो और पूरे देश मे ंउनसे दूसरे राज्य भी प्रेरणा ले सकें ताकि सरहद पर बारूद और मौसम के मिजाज से बेपरवाह हमारा जवान बेफिक्र रहे।