देहरादून- नए साल के जश्न मनाने के लिए गढ़वाल मंडल विकास निगम के पहाड़ी बंगले समय से पहले बुक हो गए हैं। औली और हर्षिल के बंगलों की बुकिंग 25 से 31 दिसंबर तक फुल हो गई। इसके अलावा गंगा तट पर स्थित बंगलों की भी बुकिंग हो चुकी है।
आपदा के बाद से गढ़वाल मंडल विकास निगम को पहली बार नए साल में रिकार्ड बुकिंग मिली है। 20 दिसंबर तक निगम के पहाड़ी जनपदों के पर्यटन स्थलों से लगे करीब सात बंगले फुल हो गए हैं। इन बंगलों की बुकिंग को लेकर अभी भी पूछताछ आ रही है। इन बंगलों की बुकिंग फुल होने के बाद अब पर्यटकों को इनके बदले नजदीकी बंगलों में रहने का ऑफर दिया जा रहा है।
25 दिसंबर से 31 दिसंबर तक की बुकिंग
इस बार उत्तरकाशी के हर्षिल, रैथल, बार्सू, मनेरी, सांकरी, चमोली में औली, पौड़ी में लैंसडौन, खिर्सू, दून में चकराता, मसूरी, हरिद्वार में चीला, गंगा टूरिस्ट रेस्ट हाउस की बुकिंग सबसे ज्यादा की गई है। इनमें भी सबसे ज्यादा लोगों ने 25 दिसंबर से 31 दिसंबर तक की बुकिंग की गई हैं। इनमें नए साल का जश्न मनाने वालों की संख्या ज्यादा है।
इन दिनों मैदानी क्षेत्रों में कोहरा और धुंध है। जबकि पहाड़ों में नीला आसमान और चटक धूप से मौसम सुहाना है। इसलिए बाहरी प्रदेश के लोग पहाड़ों में ही छुट्टियां बिताने की चाहत रखते हैं, साथ ही नौकरी-पेशा लोगों अपनी बची हुई छुट्टी बीतने भी पहाड़ की और रुख करते हैं। कारोबारी लोगों भी शांत वादियों की और आकर्षित होते हैं। कारण जो भी हो लेकिन यह सुखद है कि पर्यटकों के आने से पहाड़ी क्षेत्र में व्यवसाय करने वाले लोगों के चेहरे खिले हैं।
जीएम (पर्यटन जीएमवीएन) बीएल राणा का कहना है कि पहली बार जीएनवीएन के सातों बंगले फुल हो गए हैं। हर्षिल, औली और लैंसडौन में सबसे ज्यादा बुकिंग मिली है। विंटर में भी निगम दिसंबर को पीक सीजन के तौर पर लेता है। कई सालों बाद अच्छी बुकिंग मिली है