अल्मोड़ा : अल्मोड़ा में एक इंस्पेक्टर को अपनी कार पर फ्लैशर्स और सायरन लगाकर घूमना भारी पड़ गया. इस दौरान उत्तराखंड पुलिस के जवानों ने वर्दी का फर्ज निभाते हुए ये संदेश दिया कि यातायात नियम सबके लिए बराबर हैं चाहे वो किसी भी बड़े पद आसीन हो…अगर कोई नियम तोड़ेगा तो सजा मिलेगी ही मिलेगी.
अपने दोस्तों के साथ घूमने आए थे उत्तराखंड
दरअसल हुआ यूं की यूपी के बंदायू के इंस्पेक्टर अपने कुछ दोस्तों के साथ अपनी निजी कार मारुति सुजुकी डिजायर से उत्तराखंड के जिले अल्मोड़ा में घूमने आए थे. इस दौरान उनकी कार में फ्लैशर्स और सायरल लगे हुए थे जिसे देख उत्तराखंड पुलिस ने जवानों ने कार को रोक लिया लेकिन इतने में उस कार का ड्राइवर बाहर आया और पुलिस को हैकड़ी दिखाते हुए कहने लगा कि वो यूपी के बदायूं में सीनियर इंस्पेक्टर है, उत्तराखंड घूमने आए हैं।
अपने प्रदेश में बिना किसी परेशानी के कार पर फ्लैशर लगाए घूमते हैं-इंस्पेक्टर
जिसके बाद उत्तराखंड ट्रैफिक पुलिस के जवानों ने सीनियर इंस्पेक्टर को चालान कटने की बात कगी. इश दौरान उत्तराखंड पुलिस के जवानों और इंस्पेक्टर की बीच बहस हुई. देखते ही देखते बहस बढ़ गई औऱ सिटी पेट्रोल यूनिट को बुलाया गया। यूपी के इंस्पेक्टर ने कहा कि वो अपने प्रदेश में बिना किसी परेशानी के कार पर फ्लैशर लगाए घूमते हैं, तो फिर उत्तराखंड में चालान क्यों काटा जा रहा है जिसके बाद उत्तराखंड पुलिस ने जुर्माना भरने को कहा। बाद में सीनियर इंस्पेक्टर को 2 हजार रुपये का जुर्माना भरना ही पड़ा।
आपको बता दें कि इसके बाद उत्तराखंड पुलिस और पुलिस जवानों की सोशल मीडिया पर जमकर तारीफ हो रही है. जिन्होंने साबित कर दिखाया है कि नियम सबके लिए बराबर हैं चाहे वो आम आदमी हो या सरकारी कर्मचारी या कोई बड़े पद पर आसीन व्यक्ति.