चमोली : बदरीनाथ धाम के कपाट शाम पांच बजकर 13 मिनट पर शीतकाल के लिए बंद कर दिए। बद्रीनाथ धाम के कपाट बंद होने के साथ ही चारधाम यात्रा का समापन भी हो गया। दोपहर डेढ़ बजे सायंकालीन पूजा हुई। इसके बाद अपराह्न तीन बजे से कपाट बंद होने की प्रक्रिया शुरू हो गईं। इसके बाद शाम पांच बजकर 13 मिनट पर धाम के कपाट बंद कर दिए गए। मंदिर को गेंदे के फूलों से सजाया गया है।
कपाट बंद होने की प्रक्रिया के तहत शनिवार को मुख्य पुजारी ईश्वरी प्रसाद नंबूदरी ने माता लक्ष्मी की विशेष पूजा करने के बाद लक्ष्मी जी का आह्वान किया। आज कपाट बंद होने से पहले माता लक्ष्मी को भगवान बदरीनाथ के मंदिर में विराजमान किया गया।