रामनगर- सूबे में आए दिन हाथियों की मौत से जंगलात महकमा हलकान है। कभी हाथियों का आपसी संघर्ष तो कभी ट्रेन की रफ्तार और कभी बीमारी हाथियों की जान पर भारी पड़ रही है। तराई पश्चिमी वन प्रभाग में एक हाथी की मौत होने से जंगलात महकमे में हड़कंप मच गया है।
बताया जा रहा है कि बन्नाखेड़ा रेंज में बीती रात से एक नर हाथी बीमार पड़ा हुआ था। हाथी को बीमार हालत में देख विभाग ने तत्काल उसकी देख-रेख शुरू कर दी थी। हालांकि हाथी के बेहद कमजोर होने के बावजूद भी विभाग ने नर हाथी की सेहत को गंभीरता से नहीं लिया।
खबर है कि समय पर हाथी को जंगलात महकमा प्राथमिक उपचार नहीं दिला पाया। आशंका जताई जा रही है कि इसी वजह से हाथी की मौत हुई है। फिलहाल मृतक हाथी की उम्र 15 साल के आस पास बताई जा रही है। वही वनाधिकारियो का कहना है कि आपसी संघर्ष के कारण हाथी चोटिल हुआ था लिहाजा घायल हाथी के अंगो ने काम करना बंद कर दिया जिसकी वजह से हाथी की मौत हुई है।
नर हाथी की मौत उसकी सेहत की निगरानी में बरती गई लापरवाही से हुई या आपसी संघर्ष के जख्म मौत की वजह बने। इसका खुलासा तभी हो पाएगा जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आएगी। फिलहाल बीमार हाथी की मौत से जंगलात महकमा सहमा हुआ है।