आपको बता दें मैदान से लेकर पहाड़ों तक लगातार हो रही बारिश के कारण नीलधारा गंगा के जलस्तर में उतार-चढ़ाव की स्थिति बनी हुई है। इस समय नीलधारा गंगा चेतावनी के निशान के समीप बह रही है। लेकिन अब गंगा का जलस्तर बढ़ना शुरू हो गया. मगलवार की सुबह गंगा का जलस्तर खतरे के निशान को पार कर 294.29 मीटर तक पहुंच गया. इसके साथ ही खादर क्षेत्र मैं पडने वाले करीब 30 गांव पर बाढ़ का खतरा मंडराने लगा है। नीलधारा गंगा का जलस्तर बढ़ने के बाद गंगा क्षेत्र के गांव कई गांव पानी से घिर गए हैं. बालावाली क्षेत्र के कलसिया व डुमनपुरी गांव में पानी घुस गया है. इसके अलावा लक्सर के बालावाली तथा खानपुर क्षेत्र मैं गंगा से सटी 20000 बीघा से अधिक कृषि भूमि जलमग्न हो गई।
यहां किसानों की जहां फसलें जलमग्न हो गई है. वहीं लक्सर बिजनौर मार्ग पर पानी भरने से उत्तर प्रदेश के बिजनौर से संपर्क पूर्ण रूप से कट गया. मार्ग पर जलमग्न होने से यहां बस कार आदि वाहनों का आवागमन प्रभावित हुआ इससे लोगों को भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। प्रशासन द्वारा पहले ही अलर्ट जारी किया गया था फिलहाल प्रशासन द्वारा गंगा के जलस्तर व आसपास के इलाकों में स्थिति पर नजर रखी जा रही है लक्सर उपजिलाधिकारी पूरण सिंह राणा ने बताया कि गंगा का जलस्तर बढ़ने के कारण गंगा से सटे गांव के आसपास पानी है कलसिया व डुमनपुरी गांव में कुछ घरों तक पानी घुसा है।