नई दिल्ली: देश में भले ही नागरिकता संशोधन बिल पर बहस हो रही हो, लेकिन देश पर मंडरा रहे बड़े आर्थिक खतरे की किसी को कोई चिंता नजर नहीं आ रही है। देश के वर्तमान आर्थिक हालात को पर आरबीआई गवर्नर शक्तिकांत दास ने बड़ी बात कही है। उन्होंने देश के बैंकों से तैयार रहने को कहा है। सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों के प्रमुखों के साथ बातचीत में आरबीआई गवर्नर ने कहा कि मौजूदा आर्थिक परिस्थितियां कुछ चुनौतियां खड़ी कर सकती हैं, इसलिए बैंकों को पूरी मुस्तैदी के साथ मुकाबला करने के लिए तैयार रहना चाहिए।
आरबीआई की ओर से जारी बयान में कहा गया है कि गवर्नर ने बैंकों से कहा कि वह उभरती चुनौतियों का मुकाबला करने के लिये पूरी तरह से मुस्तैद रहें। इस मामले में उन्होंने खासतौर से दबाव वाली संपत्तियों के समाधान में समन्वित तरीके से काम करने को कहा है।
चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में जीडीपी ग्रोथ 4.5 फीसदी पर पहुंच गई है। इसे देखते हुए रिजर्व बैंक ने चालू वित्त वर्ष की आर्थिक वृद्धि का अनुमान भी कम करके 5 फीसदी कर दिया है। हालांकि शक्तिकांत दास ने इस बात पर भी गौर किया कि बैंकिंग क्षेत्र में सुधार आ रहा है और यह मजबूत बना हुआ है। साथ ही उन्होंने बैंक प्रमुखों के साथ रेपो रेट में की गई कटौती का लाभ आखिरी लाभार्थी तक पहुंचाने पर भी विचार विमर्श किया। तमाम इसके साथ ही आरबीआई ने महंगाई दर का अनुमान भी बढ़ा दिया है। इससे एक बात तो तय है कि हमंगाई अभी और बढ़ेगी।