देहरादून- राज्य के मुख्यमंत्री हरीश रावत ने भारतीय रिजर्व बैंक का ध्यान सूबे की विषम भौगोलिक परिस्थितयों, बैंकों और एटीएम की कमी की ओर दिलाया है। इस बार सीएम ने ट्वीट किया है’RBI से निवेदन है कि उत्तराखंड के दुर्गम पहाड़ी क्षेत्रों के लोगों को अपनी मुद्रा को बदलवाने में हो रही समस्याओं का जलद कोई व्यवहारिक समाधान ढूंढे’
दरअसल राज्य के पहाड़ी इलाकों में आबादी छितरी हुई है गांव सड़कों से दूर-दूर आबाद हैं। नतीजतन ज्यादातर गांवों में या तो बैंक हैं नही या सहकारी बैंकों की मिनी शाखाएं काम कर रही हैं। गांव में ज्यादातर बुजर्ग हैं जिनका मुख्य व्यवसाय पशुपालन, नगदी फसल खासकर रामदाना, मंडुवा, आलू, अदरक, अखरोट जैसी फसलें उगाना है। रस्सी बनाना, दूध से बने उत्पाद जैसे घी का उत्पादन करना, भेड बकरियां पालना, ऊन की पैदावार करना है।
ऐसे लोगों के पास कैश है लेकिन कम पढा लिखा होना या निरक्षर होने के चलते वे बैंक से अभी दूर ही हैं। वैसे भी हकीकत ये है कि सूबे के पहाड़ी इलाकों में बैंको की भारी कमी है। माना जा रहा है कि इस दिक्कत को देखते हुए मुख्यमंत्री ने आरबीआई का ध्यान इस ओर खींचा है।