डोईवाला(जावेद हुसैन)- आज कांसरों वन क्षेत्र में भारत सरकार द्वारा 6 सदस्य टीम गठित कर हाथी बहुल्य रेलवे ट्रैक का सर्वे किया गया। जिसमें वाइल्ड लाइफ व WWF के सदस्य कांसरों रेंज में रेलवे ट्रैक पर पहुंचे। गठित टीम में चंडीगढ़ लैब से सेंटर साइंटिफिक इंस्ट्रूमेंट ऑर्गनाइजेशन के ससस्य भी है। 6 सदस्य टीम ने आज कांसरों रेंज में हाथी बहुल्य रेलवे ट्रैक का सर्वे किया, यह सर्वे टीम भारत सरकार के निर्देशों के अनुसार सर्वे कर उसकी पूरी रिपोर्ट भारत सरकार को शोंपेगी।
सर्वे के दौरान टीम ने पाया की रेलवे ट्रैक पर 10 सेंसर बोर्ड लगाए जाएंगे, जिसमें सेंसर बोर्ड की मदद से 20 से 30 मीटर की दूरी पर हाथी की गतिविधियों को देखा जा सकता है, जिसकी डिस्पले स्टेशन मास्टर वर रेंज अधिकारी के कार्यालय में लगी होगी, तथा वहीं बैठकर ये अधिकारी हाथी की गतिविधियों को देख सकेंगे।
हाथी के ट्रेक के नजदीक आते ही यह सेंसर बोर्ड हाथी की फुटेज के साथ वाइब्रेट के साथ मैसेज भेजने में भी सक्षम है। जिसके बाद स्टेशन मास्टर वॉकी-टॉकी की मदद से रेल चालक को रेलवे ट्रैक के पास हाथी होने की सूचना देगा जिसके बाद रेल की गति को धीमा किया जाएगा ताकि हाथी को कोई नुकसान ना पहुंच सके।
आपको बता दें कि मोतीचूर से कांसरों वन छेत्र के बीच रेल हादसे में अभी तक 23 हाथी मारे जा चुके हैं। जिसकी वजह से भारत सरकार व वन व विभाग के लिए काफी गंभीर विषय है। जिसको देखते हुए भारत सरकार ने आज कांसरों रेंज में 6 सदस्य टीम गठित कर सर्वे कराया, और सर्वे टीम ने 10 सेंसर बोर्ड लगाने की सलाह दी, ताकि रेलवे ट्रैक पर हाथियों के साथ हो रहे हादसों को रोका जा सके। सर्वे टीम के साथ वन रेंजर डीपी उनियाल भी मौजूद रहे।