काशीपुर : 27 असम राइफल्स में हवलदार के पद पर तैनात जसपाल सिंह रावत हाईटेंशन की चपेट में आकर शहीद हो गए। 41 वर्षीय हवलदार जसपाल सिंह का शव आज सुबह का काशीपुर लाया गया, जहां स्थानीय समसान घाट में ओर से पूरे सैन्य सम्मान के साथ उनका अंतिम संस्कार कर दिया गया। 22 साल पहले जसपाल सिंह की भर्ती मेघालय के शिलांग में लेकर हुई थी। वर्तमान में वह इंफाल मणिपुर में तैनात थे।
हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से हुई मौत
बीते 19 जनवरी को ड्यूटी के दौरान वे एक स्थान से दूसरे स्थान पर सीढ़ी लेकर जा रहे थे तभी हाईटेंशन लाइन की चपेट में आने से मौत हो गई। बीते 2013 में यहां सैनिक कॉलोनी में मकान बनाकर हवलदार जसपाल सिंह अपने परिवार के साथ रह रहे थे। वह मई 2018 में 2 महीने के लिए छुट्टी पर आए थे। उन्होंने कुछ दिन पहले घर आने के लिए छुट्टी का आवेदन किया था और उनकी छुट्टी भी स्वीकृत हो गई थी.
शहीद के परिवार में पत्नी, तीन बेटी और एक बेटा
आपको बता दे शहीद के परिवार में पत्नी के अलावा उनके तीन बेटी एक बेटा है। शहीद जसपाल सिंह का शव लेकर आज असम राइफल्स के हवलदार शिवराज सिंह अपनी टुकड़ी के साथ काशीपुर पहुंचे। इस दौरान हेमपुर डिपो काशीपुर से आई सेना की टुकड़ी द्वारा मृतक हवलदार के सम्मान में अंतिम सलामी दी। स्थानीय श्मशान घाट में सैन्य सम्मान के साथ मृतक के 6 साल के बेटे आकाश ने अपने पिता की चिता को मुखाग्नि दी। इस दौरान स्थानीय श्मशान घाट में माहौल पूरी तरह गमगीन रहा।