संवाददाता। भाजपा के भीतर टिकट वितरण के बाद से उठी बगावत की चिंगारी ने अब धधकती हुई आग का रूप धारण कर लिया है। बीजेपी के कई वरिष्ठ नेता टिकट वितरण से खासे नाराज हैं, नारजगी इस कदर है कि अपनी ही पार्टी भाजपा के खिलाफ मोर्चा खोले हुए हैं। कई नेता चुनावी रण में निर्दलीय ताल ठोक रहे हैं तो कई नेता पार्टी से इस्तीफा देकर दूसरे दलों में शामिल रहे हैं। विश्वस्त सूत्र यह भी बताते हैं कि भाजपा से नाराज चल रहे कुछ नेता मुख्यमंत्री हरीश रावत के संपर्क में भी है।
इस नाराजगी को दूर करने के लिए भाजपा का शीर्ष नेतृत्व नाराज नेताओं को मनाने की हर कोशिश में जुट गया हैं। भाजपा प्रदेश प्रवक्ता विरेंद्र बिष्ट बताते हैं कि जिन केंद्रीय नेताओं को प्रदेश की कमान सौंपी गई है वे नाराज नेताओं को मनाने के लिए प्रदेश में जल्द आ रहे है।
वहीं प्रदेश अध्यक्ष अजय भट्ट पहले ही साफ कर चुके हैं कि यदी कोई पार्टी के खिलाफ भगावत करता है तो उन्हें अनुशासन हिनता के चलते पार्टी से निष्कासित कर दिया जाएगा।
बहरहाल बड़ा सवाल ये कि जिन नेताओं को शीर्ष नेतृत्व ने रूठे नेताओ को मनाने का जिम्मा सौपा है क्या वाकई वो उनको मना पाएंगे या फिर बीजेपी में बगावत की चिंगारी यूं ही सुलगती रहेगी।