देहरादून : उत्तराखंड पुलिस को यूं तो मित्र पुलिस की संज्ञा दी जाती है और कई मौकों पर उत्तराखंड पुलिस ने अपने कार्यों से इसे साबित भी किया है, लेकिन कई पुलिस कर्मी ऐसे भी मित्र पुलिस के बेड़े में शामिल हैं जो अपने कारनामों से मित्र पुलिस की छवि खराब करने का काम कर रहे हैं। जी हां कुछ ऐसे की पुलिस कर्मियों की दास्तान हम आपको बता रहे हैं जिन्होने 31 जनवरी की रात को बेवजह खाकी की धौंस दिखाते हुए एक वाहन चालक का पहले तो चालान काटा और फिर चालान काटने के बाद ऐसे कारनामे और गलतियां की जिससे पुलिस विभाग और वर्दी धारी पर कई सवालिया निशान खड़े हो रहे हैं.. पहले गलती तो चालान काटने में ही कर दी, जिसमें बोलेरो वाहन को पुलिस दरोगा ने सीज कर दिया, लेकिन चालान में नम्बर ट्रक का दर्शाया.
रात के अंधेरे में पुलिस कर्मियों के कारनामे
जी हां ये पूरा मामला कुल्हाल चेक पोस्ट(विकासनगऱ) का है…जहां रात के अंधेरे में पुलिस कर्मियों ने एक वाहन का चालान किन कारणों से काटा ये सवाल बना हुआ है, क्योंकि जिस वाहन का चालान काटा गया है उस वाहन के सभी कागज वाहन में ही मौजूद थे और चालान काटने के बाद का पुलिस चैक पोस्ट का सीसीटीवी फुटेज सामने आया है. वहीं वाहन स्वामी के पक्ष में कुछ लोग ये पूछ रहे हैं कि जब वाहन संख्या यूके 07 डीसी 5398 में सभी कागज मौजूद हैं तो फिर क्यों वाहन का चालना काटा गया है। जिसपर पुलिस कर्मी कुछ भी जवाब नहीं दे पा रहे हैं।
थमाया दूसरे वाहन का चालान
वहीं जो चालान वाहन स्वामी को थमाया गया है वह उस वाहन का नहीं है जो वाहन पुलिस से सीज किया. पुलिस ने जो चालान काटा है वह यूके 07 डीसी 5398 है जबकि चालान में वाहन का नम्बर यूके 07 सीबी 4277 दर्शाया गया है।
झूठ छिपाने के लिए वाहन की पुलिस ने उतारी नम्बर प्लेट
बेवजह चालान काटने और अपनी गलती पर पर्दा डालने के लिए पुलिस कर्मियों ने कुल्हाल चौकी में सीज किए गए बुलोरा की नम्बर प्लेट तक उतार दी, जबकि चालान में इस बात की ज्रिक तक नहीं है कि नम्बर प्लेट न होने के चलते वाहन सीज किया गया है। वन विभाग की चैक पोस्ट की सीसीटीवी फुटेज में इस बात की पुष्टि हो रही है कि जिस वाहन को पुलिस ने सीज किया है उसमें नम्बर प्लेट लगी हुई है. वहीं कुल्हाल चौकी में सीज किए गए वाहन से नम्बर प्लेट गायब है, जिससे बड़ा सवाल ये उठता है कि आखिर पुलिसकर्मी एक गलती हो छुपाने के लिए क्यों वाहन तक की नम्बर को हाटाने के लिए मजबूर हो गए, जिसे वह अब मजबूती से अपना पक्ष बना रहे हैं, जबकि तस्वीरें पुलिस के इस झूठ का पर्दाफाश कर रही है।
वाहान स्वामी राजू चौहान का कहना कि पुलिस के द्वारा सीज किए गए उनके वाहन को कैसे छुड़ाना है…यह उनके समझ नहीं आ रहा है, क्योंकि पुलिस ने सीज उनका वाहन बोलेरो किया है औऱ चालान ट्रक के नम्बर का थमाया है. ऐसे में किसी दूसरे नम्बर के वाहन के चालान पर अपने वाहन को वह कैसे छुड़वाएगी ये समझ नहीं आ रहा है…दूसरा पुलिस ने उनके वाहन का नम्बर प्लेट को चौकी के भीतर उखाड़ फेंक दिया है, ऐसे में उन्होने इसकी शिकायत एसएसपी से करनी चाही, लेकिन उन्हे एसएसपी से भी नहीं मिलने दिया गया।
हम आपको दो वीडियो उपलब्ध करा रहे हैं जिस में एक वीडियो में बोलेरो में नंबर प्लेट दिखाई दे रही है जबकि एक में पुलिस कर्मयिों द्वारा अपनी गलती छुपाने के लिए नंबर प्लेट हटा दी गई है.