हरिद्वार : सन्तों के सबसे बड़े अखाड़े जूना अखाड़े से निष्काषित किए गए गोल्डन बाबा ने आज जून अखाड़े के सचिव प्रेम गिरी पर कई गंभीर आरोप लगाए. अपने नाबालिग शिष्य के साथ मीडिया के सामने आकर उन्होंने जूना अखाड़े सन्तों के काले चिट्ठे खोले…अगर उनके आरोपों को सही मानें तो सन्तों की वर्तमान स्थिति को लेकर चिंता जाहिर करना स्वभाविक है।संतो द्वारा योन शोषण से शिष्य ने कई राज खोले.
संतों पर लगाए गंभीर आरोप
दिल्ली में बिट्टू लाइट वाले के नाम से मशहूर गोल्डन बाबा को जूना अखाड़े ने पनाह दी और उसे सन्ताई के चोले में पनाह दी। आज जूना अखाड़े से निष्काषित किए जाने के बाद मीडिया के सामने आए गोल्डन पुरी महाराज ने बड़ा खुलासा करते हुए जूना अखाड़े के सन्तों पर कई गंभीर आरोप लगाए। मीडिया के सामने आए गोल्डन बाबा ने जूना अखाड़े के सचिव प्रेम गिरी पर कई गंभीर आरोप लगाए…इतना ही नहीं उन्होंने कहा कि उनके नाबालिक शिष्य के साथ प्रेमगिरि उल्टी सीधी हरकत की हैं। जबकि ये जानकारी अखाड़े के कई दूसरे सन्तों को भी है…लेकिन अखाड़े में उसके खिलाफ नहीं बोलता। उन्होंने कहा की पहले ये छोटे-छोटे बच्चो को अपना शिष्य बनाता है फिर उनके साथ उल्टी सीधी हरकत करता हैं. गोल्डन बाबा ने बताया कि लगातार मेरे शिष्य को प्रताड़ित किया जा रहा था वो किसी तरह जान बचाकर वहां से भागा हैं.
यौन शोषण का आऱोप
वहीं वर्तमान में गोल्डन पूरी महाराज के नाबालिक शिष्य ने अपनी आपबीती सुनाते हुए कहा की प्रेम गिरी महाराज ने एक बार दो बार नहीं बल्कि कई बार मेरी साथ गलत काम किया हैं। मालिश कराने के बहाने हमारे साथ महाराज जी गन्दा काम करते थे…लेकिन मैंने डर की वजह से किसी को नहीं बताया…शिष्य ने खुलासा किया कि मेरे को मारने-पीटने, खाना न देने और गंगा जी में फिकवाने की धमकी दी गयी थी। जिसके बाद किसी तरह वह वहां से भागा. शिष्य ने बताया की गिरी महाराज चार साल से उसके साथ गलत काम करते आ रहे हैं.
एसएसपी को लिखित शिकायत
इस मामले में गोल्डन बाबा ने हरिद्वार और प्रयागराज के एसएसपी को लिखित शिकायत भी की है। गोल्डन पूरी ओर उनके शिष्य के आरोपो को यदि ठीक मानें तो सन्तों से घृणा होना स्वभाविक हैं. ऐसे में बड़ा सवाल ये है कि आए दिन सन्तों को लेकर हो रहे चौंकाने वाले मामलो सामने आ रहे हैं. उत्तराखंड में संतो-महाराज की संख्या भी कई ज्यादा है ऐसे असली संतों औऱ फर्जी संतों की जांच के लिए पुलिस क्या करती है ये बड़ा सवाल है.