मंगलौर नगर पालिका अध्यक्ष के खिलाफ बड़ी कार्रवाई हुई है। शासन ने जांच के बाद अध्यक्ष के वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार सीज कर दिए हैं।
मंगलौर नगर पालिका अध्यक्ष के सीज किए अधिकार
डेढ़ साल पहले एक आरटीआई कार्यकर्ता ने मंगलौर नगर पालिका अध्यक्ष के खिलाफ शिकायत की थी। जिस पर डेढ़ साल बाद कार्रवाई देखने को मिली है। शासन ने जांच के बाद अध्यक्ष के वित्तीय और प्रशासनिक अधिकार सीज कर दिए हैं।। जिसके बाद मंगलौर की राजनीति गरमा गईं है।
डेढ़ साल बाद जागा प्रशासन
आपको बता दें कि नगर पालिका चेयरमैन और बसपा विधायक के बीच काफी लंबे से विवाद चला आ रहा है। कई बार मामलों की जांच पहले भी करवाई गई थी। शिकायतकर्ता का कहना है कि नगर पालिका में बड़ा घोटाला हुआ था। जिसमें सड़कों, ईदगाहों पटरी सहित अन्य कार्यो में काफी गड़बड़झाला पाया गया था। इसलिए सरकारी धन का दुरुपयोग हुआ था।
15 दिन के भीतर जवाब मांगा गया है जवाब
शिकायतकर्ता का कहना है कि इसकी शिकायत शहरी विकास की गई थी। वहीं इस मामले में नगर पालिका चेयरमैन से 15 दिन के भीतर जवाब मांगा गया है। लेकिन अध्यक्ष का कहना है कि अभी तक उनको कोई नोटिस नहीं मिला है जब उन्हें नोटिस मिलेगा तो उसका जवाब दिया जाएगा।