पिथौरागढ़ : सरकार जनता को बेहतर स्वास्थय सुविधा देने के लाख दावे करती है लेकिन इसकी जमीनी हकीकत क्या है इस बात से सब वाकिफ हैं. आए दिन गर्भवती महिलाओं के साथ हो रहे स्वास्थय विभाग के अमानवीय व्यवहार और 108 की लापरवाही ने सरकार के दावों की पोल खोल के रख दी है. 108 की सेवा हमेशा से सवालों के घेरे में रही है आए दिन 108 की लापरवाही का खामियाजा आम जनता को भुगतना पड़ रहा है खास तौर पर गर्भवती महिलाओं को.
पीड़िता ने खेत में दिया बच्चे को जन्म
ऐसा ही कुछ हुआ पिथौरागढ़ में जहां प्रसव पीड़ित महिला ने खेत में बच्चे को जन्म दिया और उधर पीड़िता को छोड़ 108 एम्बुलेंस नकली मुर्दा को ढोती रही.
अधिक रक्तस्राव होने से महिला की हालत गंभीर
दरअसल पिथौरागढ़ के छजाखनी गांव निवासी एक महिला के साथ 108 सेवा की लापरवाही उजागर हुई. प्रसव पीड़ा से चिल्ला रही महिला को छोड़ 108 एम्बुलेंस नकली मुर्दे को लेकर सड़कों पर दौड़ती रही. अधिक रक्तस्राव होने से उसकी हालत गंभीर हो गई। वहीं एक व्यक्ति को हार्ट अटैक आने पर निजी वाहन से अस्पताल पहुंचाया गया। इससे साफ है कि इंसान के प्रति स्वास्थय विभाग कितना लापरवाह है.
बड़ा सवाल है कि आखिर मानवीय संवेदनाओं को तार तार करती इस घटना का जिम्मेदार मौन है औऱ सरकार अब अपने दावों को लेकर क्या कहेगी. आए दिन 108 की लापरवाही सबके सामने आ रही है लेकिन सरकार मौन है आखिर क्यों?