चमोली : कोरोना के मौजूदा संकट में हर मोर्चे पर जांबाज जंग लड़ रहे हैं। कोई चिकित्सा, कोई सुरक्षा तो कोई सामाजिक रूप से सेवा कर रहा है। ऐसा ही एक प्रेरक उदाहरण पेश किया है गौचर की बुजुर्ग महिला देवकी भंडारी ने। उन्होंने अपने जीवन की कुल जमा धनराशि 10 लाख रुपये कोरोना के खिलाफ लड़ाई में प्रधानमंत्री राहत कोष में दान दे दिए। देवकी ने बताया कि संकट के इस काल में उन्होंने अपनी अंतरात्मा की आवाज पर यह संकल्प लिया। पति की पेंशन और अपनी कुल जमा पूंजी देवकी ने चेक के जरिए राहत कोष में दे दी।
हरीश रावत ने की कृष्ण की मां देवकी से तुलना
वहीं हरीश रावत ने सोशल मीडिया के जरिए देवकी भंडारी का धन्यवाद अदा किया औऱ देवकी की तुलना कृष्ण की मां देवकी से की। हरीश रावत ने लिखा कि दानवीर_देवकी_भण्डारी पत्नी स्व. हुकम सिंह भण्डारी जी, मूल रूप से बचनस्यू की रहने वाली और हाल में गोचर में किराये के मकान में रह रही हैं। दस लाख रुपया प्रधानमंत्री केयर फ़ण्ड में दान देकर, एक अद्भुत दानवीरता का परिचय दिया, आपकी दानवीरता को हम सबका नमन है। देवकी जी आपने, अपने इस महान दान से सारे उत्तराखंड के गौरव को बढ़ाया है। अब आप उत्तराखंड के लाखों कृष्णों की माता देवकी हैं, हम सब आपको शत्-शत् नमन करते हैं। मेरी अपने #Facebook_Friends से विनती है, एक “#Thank_you_देवकी” अभियान चलाएँ।
देवकी भंडारी ने कहा कि समाज सेवा विरासत में मिली है। रेशम विभाग में कार्यरत इनके पति हुक्म सिंह भंडारी ने अपने जीवनकाल में बहुत से गरीबों की सेवा की। देवकी के पिता स्वर्गीय अवतार सिंह भी स्वतंत्रता संग्राम सेनानी रह चुके हैं।