देहरादून : टिहरी के नैनबाग के सेंदुल गांव का है जहां 9 साल की बच्ची को 24 साल के शादीशुदा युवक ने अपनी हवस का शिकार बनाया औऱ पुलिस को कहा कि वो नशे में था उसे कुछ नहीं मालूम. जिसके बाद पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है.
बच्ची से रेप मामले में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग का दखल
वहीं अब इस मामले में राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग ने दखल किया है.जी हां आज राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की सदस्य डॉ स्वराज विद्वान दुष्कर्म पीड़ित बच्ची से मिली. इस दौरान बच्ची की आपबीती सुनकर राष्ट्रीय आयोग की सदस्य डॉ स्वराज विद्वान रो पड़ीं। राष्ट्रीय अनुसूचित जाति आयोग की सदस्य डॉ. स्वराज विद्वान ने डॉक्टर्स और पुलिस की कार्यप्रणाली पर नाराजगी जाहिर की और पूरे मामले का आयोग ने पूरा संज्ञान लिया।
डॉक्टर्स और पुलिस की कार्यप्रणाली पर नाराजगी, खड़े किए कई सवाल
वहीं इस दौरान आयोग ने तमाम सवाल भी उठाए. आयोग ने सवाल किए कि आखिर डॉक्टर्स ने बच्ची को रिलीव क्यों किया, क्यों पुलिस एक ही वाहन में लेकर गई आरोपी और पीड़ित परिवार को. डॉ. स्वराज ने पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल खड़े करते हुए पुलिस को गलत ठहराया।
इस तरह की घटनाओं से देवभूमि कलंकित हो रही- डॉ. स्वराज विद्वान
इस दौरान डॉ. स्वराज विद्वान ने कहा कि इस तरह की घटनाओं से देवभूमि कलंकित हो रही है. इस तरह के जघन्य अपराध करने वालों पर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए और साथ ही कहा कि पोस्को एक्ट में मृत्युदंड का भी प्राविधान है.
इस दौरान आयोग ने पीड़ित परिवार, डॉक्टर्स के बयान दर्ज किए और अब आयोग कार्रवाई की तैयारी में है.