स्कूली बच्चों में सबसे ज्यादा खौफ पैदा करने वाले गणित विषय को एक शिक्षक ने अपने मॉडल्स (टूल) के जरिये बेहद आसान बना दिया। शुरुआत में झाड़ू की सींक से बनाए गए उनके मॉडल छात्रों के मन से गणित का खौफ कम करने में कामयाब रहे। इसके बाद उन्होंने छात्रों की मदद से कई मॉडल तैयार किए, जिन्हें राष्ट्रीय और राज्य स्तर पर काफी सराहा गया है।
जीआईसी दूधली में तैनात गणित के सहायक अध्यापक जगदंबा प्रसाद डोभाल ने देखा कि स्कूली बच्चों में गणित को लेकर खासा खौफ है। यह खौफ उनके रिजल्ट में भी साफ दिखाई देता। इस खौफ को खत्म करने और छात्रों में गणित के प्रति रुचि जगाने के लिए उन्होंने करीब 10 साल पहले झाड़ू की सींक से टूल बनाने शुरू किए, जो गणित के प्रयोगों को समझने में आसान रहे।
सबसे पहले उन्होंने जियोमेट्री के टूल बनाए। उससे फायदा मिला तो छात्रों की मदद से कक्षा दस तक प्रत्येक टॉपिक के मॉडल (टूल) तैयार किए। कोई भी टॉपिक पढ़ाने के साथ ही उसके मॉडल से प्रैक्टिकल कराए जाते हैं।
जगदंबा की गणित लैब को राज्य में प्रत्येक ट्रेनिंग का हिस्सा बनाया गया है। एनसीईआरटी और एमएचआरडी में भी वह लैब का प्रदर्शन कर चुके हैं। बच्चे विषय के साथ ही अन्य गतिविधियों में भी सक्रिय होकर हिस्सा लेते हैं। उनके इस प्रयास के लिए 2008 में उन्हें शैलेश मटियानी पुरस्कार, 2010 में राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार और 2012 में नेशनल इनफॉर्मेशन एंड कम्युनिकेशन टीचर पुरस्कार मिला। वह एनसीईआरटी के डिजिलटाइजेशन ऑफ बुक अभियान का हिस्सा भी हैं।