देहरादून में आपदा ने तबाही मचाई हुई है। जिले के ऐतिहासिक टपकेश्वर महादेव मंदिर (Tapkeshwar Mahadev Temple) में भी जलभराव हो गया था। मंदिर के महंत ने सूबे के अधिकारियों पर भगवान की अनदेखी करने के आरोप लगाए हैं।
भारी बारिश के चलते जलमग्न हो गया था टपकेश्वर महादेव मंदिर
बता दें भारी बारिश की वजह से तमसा नदी उफान पर आ गई थी। जिसकी वजह से टपकेश्वर महादेव मंदिर जलमग्न हो गया। साथ ही गर्भगृह में मलबा आ गया। स्थानीय भक्तों ने गर्भगृह से मलबा हटा दिया है। मंदिर के महंत श्री श्री 108 किशन गिरी महाराज ने खुद इसकी जानकारी दी और कहा कि अब भक्त निर्बाध रूप से बाबा के दर्शन कर सकते हैं।
भगवान को भूल गए अधिकारी: महंत
महंत ने इस बीच बड़ा बयान भी दिया है। उन्होंने कहा कि जब मंदिर आपदा से प्रभावित हुआ तो कोई भी अधिकारी या शासन-प्रशासन का प्रतिनिधि मंदिर की सुध लेने नहीं आया। महंत ने इशारों में नेताओं पर भी सवाल उठाए और कहा “जिनके नाम से देहरादून की पहचान है, उसी बाबा को किसी ने नहीं पूछा। शायद बाबा अधिकारियों की सेवा लेना ही नहीं चाह रहे।” महंत के इस बयान ने प्रशासन की भूमिका पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।