हल्द्वानी में 17 जून को गुलमोहर दिवस धूमधाम से मनाया जाएगा। इश दिन हल्द्वानी मेडिकल कॉलेज से लेकर काठगोदाम तके दिन सैकड़ों गुलमोहर, अमलतास, नीम और पीपल के पौधे लगाए जाएंगे।
आपको बता दें कि तनुजा जोशी पिछले 4 साल में दस हजार से अधिक पौधे हल्द्वानी शहर के पार्कों में और हाईवे के किनारे लगा चुकी हैं. उन्होंने बताया की हल्द्वानी को स्वच्छ और सुंदर बनाने की इस मुहिम में 17 जून को न सिर्फ सैकड़ों पौधे लगाए जाएंगे बल्कि लोगों के साथ मिलकर जन जागरूकता अभियान भी चलाया जायेगा।
दो भाइयों के खोने के बाद समाज सेवा और हरित सक्रियता का परिचय दिया
तनुजा ने अपने दो भाइयों के खोने के बाद समाज सेवा और हरित सक्रियता का परिचय दिया। तनुजा जोशी ने यूं ही ये मुकाम औऱ नाम हासिल नहीं किया बल्कि संघर्षों से हासिल किया है. आपको बता दें कि तनुजा के भाइयों, जिनका ठेकेदारों से झगड़ा था, उन्हें 1999 और 2004 में हल्द्वानी में गैंगस्टर रमेश बंबैय्या द्वारा मार दिया गया था। उन्होंने न्याय के लिए लड़ाई लड़ी और भाई के हत्यारे आरोपी रमेश बंबइया को गिरफ्तारी और सजा दिलवाई…तनुजा ने भाई के हत्यारे को सलाखों के पीछे भेजा। वहीं बीमारी के कारण गैंगस्टर रमेश बंबैय्या की जेल में मौत हो गई.
इसके बाद न्याय की कठिन यात्रा ने तनुजा जोशी को प्रकृति के करीब ला दिया। उन्हें हाल ही में बद्रीनाथ में शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने उनकी पहल के लिए सम्मानित किया था।
तनुजा ने दिया बच्चों को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण
वहीं इसके बाद तनुजा जोशी ने छोटे बच्चों की मदद करना शुरू किया और लामाचौड़ इलाके के बच्चों को आत्मरक्षा का प्रशिक्षण दिया। पिछले तीन वर्षों से तनुजा गुलमोहर लगा रही है, जो कि इसकी फर्न जैसी पत्तियों और फूलों के तेजतर्रार प्रदर्शन से आसानी से पहचानी जाती है।
तनुजा से सीखे राज्य को शहर को सजाना
तनुजा जोशी की पहल काबिले तारीफ है. एक ओर जहां देश भर में प्रदूषण, पेड़ों का कटान किया जा रहा है…भविष्य में ऐसा वक्त आएगा जब लोग शुद्ध हवा औऱ ऑक्सीजन के लिए तरस जाएंगे ऐसे में पेड़-पौधे लगाकर अपने राज्य को अपने शहर को सजाना तनुजा से सीखें और खूब पेड़ पौधे लगाएं.