देहरादून : शिक्षकों के फर्जी प्रमाणपत्रों की जांच में जुटी एसआइटी को महकमे की ओर से पूरा सहयोग नहीं मिलने और अभिलेख मुहैया कराने में हीलाहवाली पर शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय शनिवार को बिफर गए। हरिद्वार जिले में इस मामले में बरती गई लापरवाही पर सख्त रुख अपनाते हुए उन्होंने मुख्य शिक्षा अधिकारी आरडी शर्मा को निलंबित करने के निर्देश दिए। शिक्षकों की सर्विस बुक के रखरखाव में ढिलाई बरतने के जिम्मेदार कार्मिकों को चिह्नित कर उनके खिलाफ एफआइआर दर्ज कराई जाएगी।
राज्य में फर्जी प्रमाणपत्रों के जरिए नौकरी कर रहे शिक्षकों के बारे में मिली शिकायतों की जांच को सरकार की ओर से एसआइटी गठित की गई है। एसआइटी को महकमे की ओर से सहयोग नहीं मिलने खासतौर पर हरिद्वार जिले में शिक्षकों के प्रमाणपत्रों और अन्य जरूरी अभिलेख नहीं मिलने का मामला विधानसभा में शिक्षा मंत्री अरविंद पांडेय की विभागीय अधिकारियों के साथ बैठक में भी उठा।
इस पर कड़ा रुख अपनाते हुए मंत्री ने जिले के मुख्य शिक्षा अधिकारी आरडी शर्मा को निलंबित करने के निर्देश प्रभारी शिक्षा सचिव चंद्रशेखर भट्ट को दिए। उन्होंने कहा कि इस मामले में हरिद्वार जिले में महकमे के अन्य लापरवाह अधिकारियों एवं दफ्तरों के लिपिकों पर सख्त कार्रवाई की जाए। उन्होंने कहा कि फर्जी प्रमाणपत्रों से नियुक्त हुए शिक्षकों को बख्शा नहीं जाएगा। एसआइटी को भ्रमित करने की कोशिश कामयाब नहीं होने दी जाएगी।
विभिन्न जिलों में शिक्षा महकमे के दफ्तरों में शिक्षकों की सर्विस बुक व प्रमाणपत्रों का रखरखाव दुरुस्त न होने की शिकायतों पर भी उन्होंने तल्ख रुख अपनाते हुए इस लापरवाही को अपराध की संज्ञा दी। उन्होंने ऐसे कार्मिकों के खिलाफ एफआइआर दर्ज करने के निर्देश दिए।
एक अशासकीय माध्यमिक विद्यालय में शिक्षक की नियुक्ति पर सवाल उठने पर उन्होंने कहा कि इस प्रकरण की जांच कराई जाएगी। नियुक्ति में खामी रही या शिक्षक को वेतन भुगतान करने में, इसका पता लगाया जाएगा।