एक्टर सुशांत सिंह राजपूत 14 जून को अपने कमरे में मृत पाए गए थे। वहीं पोस्टमार्टम में खुलासा हुआ कि उनकी मौत दम घुटने से हुई है। फाइनल पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी यही खुलासा हुआ है।
सुशांत सिंह राजपूत की मौत के बाद कई तरह की बातें की गई. नेपोटिज्म पर सवाल उठाते हुए कहा गया कि सुशांत पर अत्याचार औऱ भेदभाव किया गया इसलिए ऐसा हुआ। इस बीच सोशल मीडिया पर यह भी कहा जा रहा था कि सुशांत की हत्या करने के बाद दरवाजा बाहर से बंद किया गया था। इस मामले में पुलिस ने सुशांत के उस कमरे की चाबी बनाने वाले के बयान भी दर्ज किए हैं।
चाबी बनाने वाले ने पुलिस को साफ कहा है कि सुशांत का दरवाजा अंदर से लॉक किया गया था। उसने अपने बयान में कहा है कि सुशांत के कमरे के दरवाजे को बाहर से धक्का देकर खोलने की कोशिश जरूर की गई थी लेकिन उस दरवाजे के लॉक के साथ किसी तरह की न तो छेड़छाड़ की गई थी और न ही उसे बाहर से बंद किया गया था।
एक रिपोर्ट में पुलिस ने बताया है कि सुशांत के कमरे में उनके बिस्तर की ऊंचाई और सुशांत की हाइट इसके लिए काफी थी कि वह पंखे की रॉड में फंदा लगा सकें।। मेडिकल और फरेंसिक एक्सपर्ट्स का कहना है कि कई मामलों में ऐसा देखा गया है जबकि मरने वाले के पैरों और जिस प्लैटफॉर्म पर चढ़कर फांसी लगाई जाती है, उनके बीच काफी कम अंतर होता है लेकिन फिर भी मौत हो जाती है। माना जा रहा है कि सुशांत की आत्महत्या के मामले में भी ऐसा ही हुआ है।