पिथौरागढ़– भारत और नेपाल की सेना आज से पिथौरागढ़ छावनी क्षेत्र में संयुक्त सैन्य अभ्यास करेगी। इस सैन्य अभ्यास का नाम सूर्यकिरण-11 दिया गया है। दोनों देशों की सेना के बीच ये सैन्य अभ्यास एक पखवाड़े से एक दिन कम यानि 20 मार्च तक चलेगा।
14 दिनों तक चलने वाले इस सैन्य अभ्यास के दौरान दोनों सेनाएं एक-दूसरे के हथियारों, उपकरणों, रणनीति, तकनीक, पर्वतीय इलाके में आतंकवाद विरोधी माहौल में काम करने की प्रक्रियाओं से परिचित होंगे।
सेना कि ओर से जारी विज्ञप्ति में कहा गया कि ये सैन्य अभ्यास दो देशों के साथ कार्यक्षमता को विकसित करने और विशेषज्ञता का आदान-प्रदान करने का एक हिस्सा है। इस सैन्य अभियान में भारत और नेपाल की सेनाएं आतंकवाद विरोधी अभियानों के अनुभवों को एक दूसरे के साथ साझा करेंगे। साथ ही दोनों सेनाएं अपने अनुभवों का लाभ एक-दूसरे को देंगे।
यह भी बताया गया कि सैन्य अभ्यास के समय शैक्षिक विशेषज्ञ की श्रृंखला में विभिन्न विषयों पर चर्चा होगी। इनमें मानवीय सहायता, आपदा राहत, हाई अल्टीट्यूड इलाकों में युद्ध कला आदि शामिल रहेगी। सैन्य अभ्यास के समापन से पहले 72 घंटे का कड़ा आतंकवाद विरोधी प्रदर्शन भी होगा।
सेना की ओर से कहा गया है कि ये संयुक्त सैन्य अभ्यास दोनों देशों के बीच संबंधों में सुधार और परंपरागत मित्रता को मजबूती प्रदान करने में कारगर साबित होगा। पिथौरागढ़ छावनी क्षेत्र में संयुक्त सैन्य अभ्यास की जोरदार तैयारी की जा रही है। सैन्य अभ्यास के दौरान भारत और नेपाल की सेना का वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहेंगे।